जैन समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए भारत की महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम श्वेता पाण्डेय को सौंपा
रिपोर्ट अमन मलिक
रामपुर मनिहारान-मुंबई के विले पार्ले स्थित जैन मंदिर तोड़े जाने की घटना को लेकर जैन समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जैन समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए भारत की महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मंदिर तोड़ने वाले अधिकारियों को बर्खास्त करने तथा मंदिर के पुननिर्माण की मांग की।
जैन समाज कार्यकारिणी समिति के बैनर तले जैन समाज के सैकड़ों लोग जैन त्यागी भवन में एकत्रित होकर बीएमसी मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे और एसडीएम श्वेता पाण्डेय के माध्यम से एक ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को भेजा। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि मंदिर को असंवैधानिक तरीके से तोड़ते हुए जैन धर्म के तीर्थंकरों को प्रतिमा और शास्त्रों का अपमान किया गया। साथ ही अहिंसक समाज के जैन श्रद्धालुओं को भी बीएमसी के इशारे पर पुलिस बल द्वारा प्रताड़ित किया गया। जो घोर निंदनीय है। जैन समाज के प्रधान मनोज जैन ने कहा कि जैन समाज की भावनाओं और आस्थाओं पर बुलडोजर चलाने वाले बीएमसी अधिकारियों पर जब तक कोई ठोस कारवाई नहीं होती तब तक जैन समाज चुप नहीं बैठेगा। इसके अलावा जैन समाज के साथ हुए अन्य मामलों का भी ज़िक्र करते हुए कार्रवाही की माँग की गई है।इस दौरान जैन समाज के प्रधान मनोज जैन, महामंत्री निपुण जैन, अमित जैन, आर्जव जैन, शशांक जैन, संजय जैन, अशुंल जैन, वीरेंद्र जैन, नीरज जैन, अरविन्द जैन, दीपक जैन, नमन जैन, सुशील जैन, राकेश जैन, रोहित जैन, विनय जैन, विकास जैन, शुभम जैन, अवनीश जैन, आकाश जैन, पुनीत जैन, अंकित जैन सहित समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
0 टिप्पणियाँ