डॉ सैमुएल हैनीमैन का होम्योपैथिक चिकित्सा में योगदान मानवता के लिए अमूल्य है-प्राचार्य डॉ असलम
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-नेशनल मेडिकल कॉलेज में डॉ सैमुएल हैनीमैन का 270 वा जन्म दिवस प्रिंसिपल डॉ असलम की अध्यक्षता में मनाया गया, जिसमें डिप्लोमा होम्योपैथी उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्र छात्राओं की और से नरेश शर्मा ने श्रद्धांजलि अर्पित की
प्राचार्य डॉ असलम ने बताया कि उन्होंने कुरान को गहराई से स्टडी किया और फिर वो तौहीद यानि "Oneness of God" में आस्थावान हो गए साथ ही उन्होंने होम्योपैथिक को जन्म दिया।उन्होंने "समान को समान से ठीक करो" (Like cures like) के सिद्धांत पर आधारित चिकित्सा पद्धति विकसित की, जो आज भी दुनिया भर में लाखों लोगों की स्वास्थ्य रक्षा कर रही है।डॉ. हैनीमैन ने उस समय जब एलोपैथी सीमित और हानिकारक थी, तब एक नई, सरल और प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली दी। उनका योगदान मानवता के लिए अमूल्य है। इस अवसर पर हम उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं और उनके सिद्धांतों को अपनाकर रोगियों की निस्वार्थ सेवा का संकल्प लेते हैं।
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