अहिंसा ही परम धर्म है-गुरु माँ
रिपोर्ट अमन मलिक
रामपुर मनिहारान-जैन समाज के 6 दिवसीय वार्षिक रथ यात्रा महामहोत्सव के दूसरे दिन आचार्य श्री ज्ञान सागर जी महाराज की परम शिष्या गणनी आर्यिका श्री 105 आर्ष मति माता जी ससंघ का मंगल प्रवेश हुआ। प्रातः जैन बाग स्थित मंदिर में श्री जी का अभिषेक और शांतिधारा कर पूजा की गई। उसके बाद श्री तीस चौबीसी विधान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए गुरु माँ ने कहा कि हम सभी में भगवान बनने की क्षमता है लेकिन माया के चक्कर मे हम उसे पहचान नहीं पा रहे हैं। अहिंसा ही परम धर्म है, अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही हम अपने जीवन के लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं। इस दौरान जैन समाज के प्रधान मनोज जैन, महामंत्री निपुण जैन, अभिषेक जैन, शशांक जैन, भूपेंद्र जैन, अतुल जैन, प्रशांत जैम, शुभम जैन, अवनीश जैन,विपुल जैन, आकाश जैन सहित समाज के सैकड़ों महिला पुरुष मौजूद रहे।
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