रोहतक मे होने वाले बॉक्सिंग खेल के चयन ट्रायल में प्रतिभाग करेंगा सहारनपुर का बॉक्सर धीरज राणा
बेटे धीरज को चैम्पियन बनाने के लिए प्रतियोगिताओ व चयन ट्रायल मे स्वयं साथ जाते है पिता पवन राणा
रिपोर्ट मनोज कश्यप
सहारनपुर-बॉक्सिंग खेल की कई प्रतियोगिताओं मे पदक जीतकर सहारनपुर के बॉक्सर धीरज राणा अपने खेल का परचम लहरा चुके है। वही बॉक्सर धीरज राणा के पिता पवन राणा का सपना अपने बेटे को चैम्पियन बनाने का है। जिसके लिए वह धीरज को कोई कमी नही आने देते। वह अपने बेटे के साथ स्वयं प्रतियोगिताओ व चयन चयन ट्रायल में साथ जाते है। यहां बेटे को बॉक्सिंग खेल में कामयाब बनने के साथ साथ एक पिता का भी सपना है कि उनका बेटा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर उनके सपनो को साकार करें।
सहारनपुर के बडगांव निवासी किसान पवन राणा का बेटा धीरज राणा बॉक्सिंग की कई प्रतियोगिता में पदक जीतकर अपने खेल का शानदार प्रदर्शन कर चुका है और अभी भी बॉक्सिंग खेल का प्रशिक्षण प्राप्त करता है। पिता पवन राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि एशियन बॉक्सिंग प्रतियोगिता के लिए हरियाणा के रोहतक में 30 मार्च से लेकर 03 अप्रैल 2025 तक अंडर 15 बालक बॉक्सिंग चयन ट्रायल का आयोजन किया जा रहा है जिसमे उनका बेटा धीरज राणा 37 से 40 किलोग्राम में प्रतिभाग करेगा। पिता पवन राणा ने कहा कि उन्हे उम्मीद है कि उनका बेटा धीरज चयन ट्रायल मे शानदार प्रदर्शन करेगा। पिता पवन राणा ने बताया कि उनका बेटा धीरज राणा चैम्पियन मेकर बॉक्सिंग एकडेमी मे बॉक्सिंग कोच आशीष कुमार के नेतृत्व मे प्रशिक्षण प्राप्त करने का गौरव प्राप्त कर चुका है और अभी धीरज उर्मिला स्पोर्ट्स एकेडमी चुरु (राजस्थान) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है। उन्होने कहा कि उनके बेटे के बॉक्सिंग खेल के सफर मे बॉक्सिंग कोच आशीष कुमार का मार्गदर्शन और काफी सहयोग रहा है जिनके नेतृत्व में धीरज ने बॉक्सिंग की प्रतियोगिताओं मे पदक जीतकर अपने खेल का परचम लहराया है। उन्होने बताया कि फरवरी माह में लखनऊ में संपन हुई उत्तर प्रदेश राज्य सब जूनियर मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भी धीरज ने अपने भार वर्ग मे गोल्ड मैडल प्राप्त किया था। धीरज बॉक्सिंग खेल मे अभी तक 12 पदक जीतकर अपने खेल का बेहतरीन प्रदर्शन कर चुका है। धीरज के पिता पवन कुमार एक किसान है और वह खुद भी वह एक कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी रह चुके है और खेलों में बहुत रुचि रखते हैं। बॉक्सिंग की प्रतियोगिताओं व चयन ट्रायल में वह अपने बेटे धीरज के साथ स्वयं जाते हैं। उन्होने बताया कि धीरज का सपना ओलंपिक खेलो में स्वर्ण पदक जीतना है जिसके वह काफी मेहनत कर रहा है।
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