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ग्लोकल लॉ स्कूल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ व्याख्यान एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन

ग्लोकल लॉ स्कूल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ व्याख्यान एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन

रिपोर्ट अमान उल्ला खान

सहासपुर-ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पी.के. भारती की प्रेरणा और कुलसचिव प्रोफेसर शिवानी तिवारी की अनुप्रेरणा से डॉ. शोभा त्रिपाठी और डॉ. मोहम्मद वाजिद खान के संयोजन में ग्लोकल लॉ स्कूल और राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व बेला पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। अतिथियों का स्वागत समन्वयक डॉ. अतीका बानो ने किया। 

कार्यक्रम की वक्ता ग्लोकल स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडी की डीन डॉ. रेशमा ताहिर ने कहा कि सभी धर्म में नारी को समान अधिकार दिया गया है, और भारतीय संविधान भी हमें बराबरी का अधिकार देता है । कार्यक्रम की वक्ता डॉ. स्वर्णिमा सिंह ने कहा कि अब हमें समान अधिकार की नहीं बल्कि अपने आप को स्थापित करने की जरूरत है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग्लोकल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. पी.के. भारती ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाएँ ना केवल परिवार, समाज और राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं बल्कि वे माँ, बहन, बेटी, पत्नी, सहकर्मी और नेता के रूप में हमारे जीवन को संवारती हैं। इतिहास से लेकर वर्तमान तक, महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित की है। आज हमारा कर्तव्य है कि अपनी सोच और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाकर हम उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करें । इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सीए. ए. पी. सिंह ने शानदार काव्य पाठ करके सभी का मनमोह लिया। इस अवसर पर ग्लोकल लॉ स्कूल द्वारा आयोजित रील एवं शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता के विजेता टीम की लघु फिल्म को दिखाया गया। यह शॉर्ट फिल्म महिला तस्करी विरोधी कानून पर बनी थी। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में पैरामेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया l
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्लोकल लॉ स्कूल द्वारा आयोजित की गई रील एवं शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिता में अहकाम अली की टीम को प्रथम, अलीना राशिद को द्वितीय और आयशा कुरैशी को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसके साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों द्वारा आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता में अलका सिंह को प्रथम, तूबा को द्वितीय तथा ग़ज़ाला को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। ग्लोकल विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रोफेसर शिवानी तिवारी ने पुरस्कृत छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि स्त्री पुरुष का भेद एक सामाजिक बीमारी है जिसे समाप्त होना चाहिए। धन्यवाद ज्ञापन इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मोहम्मद वाजिद खान के द्वारा किया गया । कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर शोभा त्रिपाठी ने किया।निर्णायक मण्डल में डॉ. रेशमा ताहिर, डॉ. वसीम अहमद, डॉ. रेहान, प्रोफेसर डॉ. यश प्रताप सिंह, डॉ. अतिका बानो रहे।इस अवसर पर वित्त एवं कानून मामले के सलाहकार श्री निजामुद्दीन, निदेशक प्रशासन गुरदयाल सिंह कटियार, चीफ प्रॉक्टर मोहम्मद जमीरूल इस्लाम, ग्लोकल लॉ स्कूल के डीन प्रोफेसर डॉ. पी.एस. पवार, प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार, डॉ. विजय कुमार, डॉ. संजीव नांदल सहित आयोजन समिति के डॉ. गौरव त्यागी, वैशाली, आदित्य तोमर, प्रवीन कुमार, गौरव कुमार, माजिद अहमद, मकसूद अंसारी, फैजान अली ,सलोनी बजाज, अन्य शिक्षकगण रहे।कार्यक्रम के छात्र आयोजन मंडल केमोहम्मद साहिल, मोहम्मद अफज़ल, नूर आजम, अलीना राशिद, प्रियंका, गारगी, प्रिया, आयशा कुरेशी, सत्यम, आयशा नाज़, प्रिंस, एहतेशाम, सलमान,सलमा, वैशाली, बुशरा सहित अन्य छात्र-छात्राएं व सहयोगीगण भी उपस्थित रहे। 

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