ईद उल फितर रमज़ान की इबादतों का ईनाम मिलने का दिन है।इसका ख़ास एहतराम किया जाना चाहिए-मौलाना आसिफ़ नदवी
रिपोर्ट अमन मलिक
रामपुर मनिहारान-हज़रत मौलाना आसिफ़ नदवी ने कहा कि ईद उल फितर रमज़ान की इबादतों के ईनाम का दिन है इसलिए इस ख़ास दिन का पूरा एहतराम किया जाना चाहिए।
हज़रत मौलाना आसिफ़ नदवी ने ईद उल फितर के बारे में बात करते हुए कहा कि ईद उल फितर का दिन बहुत अहम बहुत ख़ास दिन है।क्योंकि ये रमज़ान उल मुबारक के रोज़े, नमाज़,तरावीह,नफ्ली इबादत,ज़िक्रो अज़कार और दीगर तमाम इबादतों के बदले ख़ुदा वन्द की तरफ़ से ईनाम दिए जाने का दिन है।इस दिन अल्लाह अपने बंदों की खताओं गुनाहों को मुआफ़ करता है और उसकी छोटी से छोटी नेकी पर भी बड़े बड़े सवाब अता करता है।इसलिए इस को लापरवाही या मौज मस्ती में न गुजारें बल्कि अल्लाह का शुक्र अदा करें कि उसने रमज़ान का मुबारक और रहमतों वाला महीना अता किया और ईनाम में ईद उल फितर का दिन अता किया।मौलाना आसिफ़ नदवी ने कहा कि ईद की नमाज़ के लिए ईदगाह में जाना बेहतर है।उन्होंने कहा कि शासन की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए और सड़क पर नमाज़ अदा नहीं करनी चाहिए क्योंकि हमारा मज़हब ये इजाज़त नहीं देता कि हमारे अमल से किसी को तकलीफ पहुँचे।
0 टिप्पणियाँ