नगर में लगातार बढ़ रही मनचलों की संख्या से परेशान महिलाएं व छात्राएं
रिपोर्ट नदीम निज़ामी
नकुड़-नगर में लगातार बढ़ रही मनचलों की संख्या स्कूली छात्राओं के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है। स्कूल टाइम के दौरान मनचलों की हरकतों का शिकार होना उनके लिए आम बात हो गई है। जबकि एंटी रोमियो स्क्वायड टीम की गुमशुदगी ने इस समस्या को और भी जटिल बना दिया है।
नगर में स्कूली छात्राओं को आए दिन मनचलों की हरकतों का सामना करना पड़ता है। छात्राओं की बेबसी व चुप्पी के कारण उनको मानसिक तनाव का शिकार होना पड़ता है। जबकि स्थानीय पुलिस प्रशासन पूरी तरह निष्क्रिय बना हुआ है। वहीं क्षेत्राधिकारी एसएन वैभव पांड्य को करीब एक माह पूर्व नगर के गणमान्य लोगों द्वारा प्रकरण से अवगत कराया गया था। कि सुबह स्कूल टाइम और दोपहर की छुट्टी के समय जब छात्राएं स्कूल से बाहर होती हैं। उस समय एंटी रोमियो स्क्वायड टीम को तैनात कर दिया जाए। वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी का कहना है कि उन्होंने तत्काल थाना प्रभारी को लिखित आदेश जारी किए थे। लेकिन अभी तक उनके आदेश का पालन क्यों नहीं हुआ इसके लिए उनसे जवाब तलब किया जाएगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या क्षेत्राधिकारी के आदेश थाना पुलिस के सामने कोई अहमियत नहीं रखते, क्या महिला सुरक्षा योजना महज एक दिखावा भर है। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नारी सशक्तिकरण योजना के तहत एंटी रोमियो स्क्वायड टीमों का गठन किया गया था। बतादें कि मुख्यमंत्री की योजना का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना व उनको सुरक्षा देना था। लेकिन नगर में एंटी रोमियो स्क्वायड की गाड़ी कभी दिखाई नहीं देती। स्कूलों के बाहर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती न होना भविष्य में किसी बड़ी घटना को आमंत्रित करने जैसा है। यह स्थिति न केवल महिलाओं के लिए खतरे का कारण है, बल्कि यह प्रशासन की लापरवाही को भी दर्शाती है।
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