बच्चों को ऐसी शिक्षा दी जानी चाहिए जो संस्कारी हो-साबिर अली ख़ान
इस्लाम धर्म ज्ञान का अपार भंडार-शेरशाह आज़म
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर- आल इंडिया मौलाना आज़ाद एजूकेशनल बोर्ड के तत्वावधान में मेधावी छात्रों व छात्राओं को पुरस्कृत समारोह का आयोजन सलाम पब्लिक जूनियर हाईस्कूल में किया गया।
गत दिनों चले सात दिवसीय इस्लामिक वर्कशॉप के उपलक्ष आज के इस भव्य समारोह का प्रारंभ हाफ़िज़ अब्दुल अज़ीम द्वारा पवित्र क़ुरआन के पाठ जाप से हुआ तथा अध्यक्षता फ़ैसल सईद मेनेजर सलाम पब्लिक स्कूल ने की। संचालन एम०जमाल असलम एम०डी०ब्लू बर्ड स्कूल व सचिव बोर्ड ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि साबिर अली ख़ान अध्यक्ष मिल्लत वैलफ़ेयर कमेटी ने कहा कि छात्रों व छात्राओं को उसी विषय या लाइन पर ख़ुद को केंद्रित करना चाहिए जिसमें वे निपुण हो। उन्होंने कहा कि बच्चों को ऐसी शिक्षा दी जानी चाहिए जो संस्कारी हो। बोर्ड के चेयरमैन प्रोफ़ैसर शेरशाह आज़म ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि ज्ञान और शिक्षा में बड़ा फ़र्क है। इस्लाम धर्म सभ्य समाज का निर्माण करता है और इंसानियत की शिक्षा देता है। इस्लाम धर्म ज्ञान का अपार भंडार है। उन्होंने कहा कि आज शिक्षित लोग ही इंसानियत के लिए घातक बने हुए हैं।आल इंडिया मौलाना आजाद एजुकेशन बोर्ड शिक्षा व ज्ञान की सही समझ और इंसानी हित में प्रयोग की मुहिम चलाए हुए है। इसी उद्देश्य से तालीमी वर्कशॉप सम्पन्न किए जाते हैं। इस अवसर पर आरिफ़ ख़ान, ताजदार ख़ान,शान मौ०अब्दुल रय्यान,साजिद टेलर व मुनीब अहमद आदि ने विचार व्यक्त किए।मेधावी पुरस्कृत छात्रों व छात्राओं मुख्यतः टोप करने वाली छात्रा अनम हसन, प्रथम आने वाली शीज़ा हसन, द्वितीय मिस्बाह हमीद, तृत्तीय पुरस्कार पाने वाले छात्र दियानुर्रहमान व स्पेशल पुरस्कृत होने वालों में अक़्सा, वलिया नवाज़ और इलमा आदि हैं। वर्कशॉप बीस स्कूलों व कॉलेजों के पचास छात्राओं व छात्रोन ने प्रतिभाग किया।
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