नंदीशाला के निकट बनेंगे ‘नौ ग्रह वाटिका’ व ‘बाल गोपाल उद्यान
गौशाला, नंदीशाला सहित पूरे परिसर को बनाया जायेगा ‘‘गौ संवर्धन केंद्र’’
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर- नगर निगम द्वारा संचालित माँ शाकुंभरी कान्हा उपवन गौशाला व नंदीशाला के पास ‘‘बाल गोपाल उद्यान’’ तथा बराबर में स्थित ‘‘अमृत तालाब’’ का सौंदर्यीकरण करते हुए तालाब किनारे ‘‘नौ ग्रह वाटिका’’ विकसित की जायेगी। नगरायुक्त संजय चौहान ने आज सुबह गौशाला, नंदीशाला, अमृत तालाब तथा गोबर पेंट यूनिट का निरीक्षण करते हुए उक्त के सम्बंध में अधिकारियों को निर्देश दिए।
नगरायुक्त आज सुबह निगम अधिकारियों के साथ माँ शाकुंभरी कान्हा उपवन गौशाला पहुंचे उन्होंने गौशाला, नंदीशाला व गोबर पेंट यूनिट को सम्मलित करते हुए पूरे परिसर को मिलाकर ‘‘गौ संवर्धन केंद्र’’ के रुप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गौ संरक्षण और गौवंश के पर्याप्त रख रखाव के लिए शेड के ऊपर रैम्प सहित प्रथम तल निर्माण का कार्य शीघ्र शुरु करने पर जोर दिया। उन्होंने गौशाला के उत्पादों के लिए गौशाला की एंट्री के निकट ही एक शौरुम बनाने के भी निर्देश दिए जहां अतिथियों एवं आगंतुकों को गौशाला के उत्पादों की जानकारी मिल सके। नगरायुक्त ने नंदीशाला के बाहर एक ईटीपी प्लांट लगाने को कहा ताकि गौशाला व नंदीशाला से निकले पानी को उपचारित कर उसका निस्तारण किया जा सके। नगरायुक्त ने गोबर पेंट यूनिट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सभी मशीनों पर उनके नाम, उनकी क्षमता और पेंट बनाने में उसकी उपयोगिता के विवरण के साथ सभी मशीनों पर साईन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। गोबर पेंट यूनिट व नंदीशाला को भी आईएसओ सर्टिफाईड कराने का सुझाव दिया। उन्होंने सम्पत्ति विभाग को नंदीशाला के पास निगम की भूमि पर ‘‘बाल-गोपाल उद्यान’’ बनाने तथा स्कूल के बच्चों को शैक्षणिक टूर कराने का भी सुझाव दिया, ताकि बच्चे गौ वंश का महत्व और उसके उत्पादों के बारे में जानकारी के साथ ही मनोरंजन भी कर सकें। नगरायुक्त संजय चौहान ने नंदीशाला के बराबर में स्थित ‘अमृत तालाब’ का भी निरीक्षण किया। उन्होंने हरियाली के साथ तालाब का सौंदर्यीकरण करने, चारों ओर भ्रमण के लिए पाथ-वे बनाने तथा तालाब के किनारे ‘‘नौ ग्रह वाटिका’’ विकसित करने के निर्देश देते हुए नौ ग्रहों से सम्बंधित पौधों के नाम और उनके महत्व व गुणों के वर्णन के साथ डिस्पले बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए। नगरायुक्त ने गौशाला-नंदीशाला व अमृत तालाब का भ्रमण करने वाले बच्चों तथा आगंतुकों के लिए एक ‘बुलक कार्ट’(बैलगाड़ी) चलाने का भी महत्वपूर्ण सुझाव दिया। निरीक्षण के दौरान गौशाला के वरिष्ठ प्रभारी बी के सिंह, महाप्रबंधक जल पुरुषोत्तम कुमार, निगम के पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डॉ.संदीप मिश्रा, सहायक अभियंता निर्माण विपुल कुमार व रतन पाण्डेय, सहायक अभियंता व प्रभारी गैराज स्वप्निल जैन, मुख्य सफाई निरीक्षक इंद्रपाल सिंह तथा पार्षद मोहरसिंह आदि शामिल रहे।
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