मदरसा मिफता उल उलूम मे किया गया खत्म बुखारी शरीफ का आयोजन
रिपोर्ट फैसल मलिक
जलालाबाद- मोहल्ला राम रतन मंडी में स्थित मदरसा मिफता उल उलूम मे खत्म बुखारी शरीफ का आयोजन मदरसा मोहतमिम भाई वली उल्लाह खान शेरवानी की सरपरस्ती, मौलाना अयूब व मौलाना शोएब के संयुक्त संचालन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में देश के दूरदराज क्षेत्र से हजारों की संख्या में मुस्लिम प्रतिभाग करने के लिए पहुंचे।
कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र कुरान शरीफ की तिलावत से मौलाना सलमान साहब ने कराई। बुखारी शरीफ सुन्नी इस्लाम के कुतुब अल सित्ताह ( छह प्रमुख हदीस संग्रह ) में से एक है। इस पुस्तक में हदीस के बारे में संग्रह मुस्लिम विद्वान मुहम्मद अल बुखारी ने एकत्र किया था। उनके नाम पर इस पुस्तक का नाम बुखारी शरीफ रखा गया है। सालाना जलसे में बुखारी शरीफ के आखरी सबक को मुफ्ती शोएब उल्ला खान साहब ने 50 तलबा को पढ़ कर सुनाया। दस्तारबंदी मुफ्ती अब्दुल रशीद , कश्मीरी, मौलाना इसराइल बड़ौत द्वारा मौलवी की उपाधि मिलने वाले की, की गई। बुखारी शरीफ के बारे में मौलाना अब्दुल सत्तार बुढ़िया, मौलाना नसीम, औरंगाबाद ने पढ़ कर सुनाया। 27 तलबा को हाफिज ए कुरान व दस को कारी की उपाधि दी गई। मुफती अब्दुल रशीद , मौलाना मुफ्ती शोएब, मौलाना ताहिर, मौलाना वाजिद, मौलाना रईस, मौलाना तंजीम , अन्य ने बयान फरमाया कि कुरान शरीफ के बाद इस्लाम में सबसे प्रमाणिक बुखारी शरीफ है। कुरान शरीफ मुसलमान को बेहतर मुसलमान बनने, दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करना, अल्लाह की इबादत कैसे करनी, के बारे में हमें ज्ञान देती है। कुरान अल्लाह का वचन है। जो हमारे प्यारे पैगंबर मोहम्मद पर फरिश्ते गेब्रियल ( जिबिरल ) के माध्यम से अवतरित हुई थी। अंत में मौलाना जमालु उर रहमान ने तकरीर व मुल्क में अमन, सुकून, सभी के एक साथ मिलकर प्रेम से रहने की, दुआ कराई। दुआ में एक साथ हजारों हाथ आगे बढ़े। आखिर में मदरसा मोहतमिम भाई वलीउल्लाह खान साहब शेरवानी ने कार्यक्रम संपन्न होने पर सभी का शुक्रिया अदा किया। कार्यक्रम में नौशाद शेरवानी, राशिद मलिक, इकराम राव, सोकिन अब्बासी, अनस मलिक,अखलाक मलिक, मतलूब मलिक, आमिर कुरैशी व रहमान सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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