निगम बोर्ड में 775 करोड़ 73 लाख 30 हजार का पुनरीक्षित बजट पारित
सदन की मर्यादा और गरिमा को ध्यान में रखा जाए-महापौर
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर महापौर डॉ. अजय कुमार की अध्यक्षता में आयोजित नगर निगम बोर्ड की बैठक में आज 775 करोड़ 73 लाख 30 हजार का पुनरीक्षित बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया। मान्य सदन ने बोर्ड बैठक की अनुपालन आख्या एजेंडे के साथ देने तथा अन्य कई बिंदुओं पर भी निगम अधिकारियों को आदेशित किया। बजट पर चर्चा करते हुए अनेक पार्षदों ने निगम की आय बढ़ाने पर जोर दिया।
लेखाधिकारी मनोज त्रिपाठी द्वारा 758 करोड़ 16 लाख 80 हजार का पुनरीक्षित बजट सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। सदन द्वारा आय की कटौतियों को अस्वीकार करते हुए कर राजस्व की प्राप्तियों को मूल बजट के अनुसार रखा। इस प्रकार मान्य सदन द्वारा 775 करोड़ 73 लाख 30 हजार का बजट पारित किया गया। सदन ने भविष्य के बजट में प्रस्तावना प्रस्तुत करने, जिसमें कुल कितना धन आवंटित किया गया, कितना धन व्यय किया गया और कितना दायित्व अवशेष है, इसकी स्पष्ट जानकारी अंकित करने को कहा गया। मान्य सदन ने बजट में प्रस्तुत समस्त आभासी/अन्य व्यय समाप्त करने, जनमंच की आय का पृथक बजट रखने के निर्देश के अलावा भविष्य में प्रस्तुत बजट में कर राजस्व को घरेलू एवं वाणिज्यिक श्रेणियों तथा उक्त श्रेणियों को वर्तमान अधिकार एवं दायित्व में विभाजित करने के भी निर्देश दिए। महापौर डॉ. अजय कुमार ने सदन की मंशा के अनुरुप भविष्य में बोर्ड बैठक की अनुपालन आख्या एजेंडे के साथ भेजे जाने के लिए आदेशित किया। उन्होंने कहा सदन की अपनी गरिमा है, सदन सर्वोच्च है, उसकी मर्यादा को ध्यान में रखा जाए। बजट को लेकर मान्य पार्षदों द्वारा उठाये गए सवालों पर महापौर डॉ. अजय कुमार, नगरायुक्त संजय चौहान व लेखाधिकारी मनोज त्रिपाठी ने उत्तर देते हुए पार्षदों की जिज्ञासाओं समाधान किया। जबकि जलकल सम्बंधी सवालों पर महाप्रबंधक जलकल पुरुषोत्तम कुमार व अधिशासी अभियंता वी बी सिंह ने तथा गौशाला सम्बंधी सवालों पर डॉ. संदीप मिश्रा ने उत्तर देते हुए पार्षदों को जिज्ञासाओं का समाधान किया। सदन ने भारत सरकार की एपीजे अब्दुल कलाम सौर पुंज योजना की प्रगति पर भी चर्चा की एवं आदेशित किया गया कि जिस कार्य के लिए पूर्व में धन आवंटित किया गया है उसे पूर्ण कराया जाए। परियोजना में प्राप्त ब्याज के लिए शासन से अनुमति प्राप्त करते हुए ऐसी सौर लाइटें लगायी जाएं जिनका संचालन एवं मेंटीनेंस दस वर्ष का हो। सदन द्वारा निष्प्रयोज्य सामग्री की कोई बिक्री न करने पर सवाल उठाते हुए निष्प्रयोज्य सामग्री को अगले 15 दिन के भीतर एक ही स्थान पर एकत्रित करने, उसकी सूची बनाने तथा भारत सरकार के उपक्रम एमएसटीसी( मेटल स्क्रैप टेªड कॉर्पोरेशन लि.) अथवा ऑनलाइन नीलामी के माध्यम से बेचना सुनिश्चित करने को कहा गया। सदन ने उन अधिकारियों के लिए जो फील्ड में कार्य नहीं करते उनके लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद के लिए निविदा आमंत्रित करने को भी आदेशित किया गया।देशभर के नगर निगमों एवं नगर निकायों द्वारा जो नवाचार किया जा रहा है, उसके अध्ययन एवं एक्सपोजर के लिए मान्य पार्षदों की एक्सपोजर विजिट के लिए 25 लाख रुपये बजटीय आवंटन हेतु आदेशित किया गया। बोर्ड बैठक में उक्त अधिकारियों के अलावा अपर नगरायुक्त राजेश यादव, मृत्युंजय, महाप्रबंधक निर्माण बी के सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी व पार्षद गण मौजूद रहे। बोर्ड बैठक में उपसभापति मुकेश गक्खड़, दल नेता संजय गर्ग के अलावा पार्षद रईस अहमद, फहाद सलीम, मयंक गर्ग, ज्योति अग्रवाल, गौरव कपिल, वीरसेन सिद्धू, मंसूर बदर, मनोज प्रजापति, मौ. आसिफ, सुनील पंवार, राजकुमार शर्मा, राजूसिंह, नीरज शर्मा, अनुज जैन, संजीव कर्णवाल, अभिषेक अरोड़ा टिंकू, अमित त्यागी, राजेंद्र कोहली, दीपक रहेजा व अनिल मित्तल आदि पार्षदों ने चर्चा में हिस्सा लिया।पार्षद दिग्विजय सिंह के पिता को दी श्रद्धांजलि
नगर निगम बोर्ड बैठक प्रारंभ होते ही सहायक नगरायुक्त एवं सदन प्रभारी शिवराज सिंह ने पार्षद दिग्विजय सिंह चौहान के पिताश्री के निधन की सूचना सदन को देते हुए निधन पर शोक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जिस पर सदन ने खडे़ होेकर दो मिनट का मौन रखते हुए दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि के बाद सदन स्थगित कर दिया गया तथा कुछ देर बाद महापौर डॉ. अजय कुमार की अनुमति से पुनः सदन की बैठक शुरु की गयी।
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