अपनी सत्ता को पहचानकर बुरे व्यसनों से दूर रहे समाज- राजकुमार दास ब्रह्मचारी
रिपोर्ट एसडी गौतम
छुटमलपुर-अखिल भारतीय संत शिरोमणि सतगुरु रविदास मिशन की शाखा आश्रम चमारीखेड़ा में संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी स्वरूप सतगुरु स्वामी समनदास जी महाराज को साक्षी मानकर मासिक सत्संग फरमाया गया।
प्रवचन करते हुए महात्मा राजकुमार दास ब्रह्मचारी जी ने कहा कि सत्संग ग्रहण करना आसान है लेकिन उनके विचारों पर चलना कठिन है और जब तक मनुष्य गुरुजी के बताए मार्ग का अनुसरण नहीं करेगा तब तक भ्रम में भटकता रहता है क्योंकि जिसकी सोच गरीब होती है वहीं गरीब है। उन्होंने सभी से गंदे खानपीन छोड़कर संतो का सम्मान करने और अपनी सत्ता को पहचानकर गुरु मार्ग पर चलकर शिक्षित होने की बात कही। पत्रकार एसडी गौतम ने सभी से संतो महापुरुषों के विचारों पर अमलकर अंधविश्वास व पाखंडवाद छोड़कर शिक्षित होने की बात कही। कार्यक्रम में संत रोशनी दास डेरा बडकला, रामसिंह गौतम, महा. इंद्रपाल दास, रामपाल सिंह गौतम व बीएससीटी जिलाध्यक्ष भावना सिंह ने भी विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन मास्टर विपिन कुमार द्वारा किया गया। इस दौरान साईंदास, चंद्रदास, ऋषिदास, सरजीत दास, राजेंद्र दास, तेलूदास, पुष्पेंद्र रविदासिया, बिरमनाथ, मांगेराम बर्मन व धर्मदास आदि महात्माओं समेत धर्मपाल सिंह, अजीत प्रधान, आरपी सिंह, सतीश दास, परविंदर रविदासिया, संदीप भास्कर, इलू बर्मन, सुजीत कुमार, कंवरसेन, मांगेदास, प्रताप सिंह, फूलसिंह, दयाराम, राजेश, सुभाष, पवनदास, विक्रम व अनिल दास समेत आदि मौजूद रहे।
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