पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने तक संघर्ष जारी रहेगा- भगत सिंह वर्मा
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
मुजफ्फरनगर चरथावल -पृथक पश्चिम प्रदेश बनने पर यहां शिक्षा और चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी और सभी को निशुल्क होगी। पश्चिम प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय देश में ही नहीं दुनिया में कतर व सिंगापुर देश से भी अधिक होगी
आज यहां निकटवर्ती ग्राम महाबलीपुरम में एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। दुनिया के मात्र तीन देश जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश से बड़े हैं दुनिया के बाकी 195 देश उत्तर प्रदेश से छोटे हैं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण पूरा प्रदेश गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी और अवयवस्था की चपेट में है। बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का संचालन मुख्यमंत्री लखनऊ में बैठकर सही से नहीं कर पा रहे है। यहां कानून व्यवस्था चौपट है। इसलिए उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पश्चिम उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले सरकार को 80% राजस्व देते हैं जबकि यहां के विकास पर मात्र 19% धन खर्च किया जाता है जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 करोड़ जनता के साथ सरासर अन्याय है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण होने पर प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹700 कुंतल नकद दिलाया जाएगा। भगत सिंह वर्मा ने उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के बयान की हर वर्ष गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया जाएगा।कड़ी भर्त्सना की और विरोध किया। किसान विरोधी मानसिकता के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। छोटा राज्य का निर्माण होने से कानून व्यवस्था बेहतर होगी बेरोजगारी दूर होगी गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार से आम जनता को निजात मिलेगी। भगत सिंह वर्मा ने किसानों मजदूरों व्यापारियों दुकानदारों युवाओं छात्रों वकीलों बुद्धिजीवियों पत्रकारों से एकजुट होकर पृथक राज्य निर्माण में सहयोग की अपील की। बैठक की अध्यक्षता राजेंद्र सिंह प्रधान जी ने की। और संचालन वरिष्ठ समाजसेवी चौधरी जयप्रकाश जी ने किया। बैठक में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक सत्येंद्र सिंह गिल हरवीर सिंह गिल इंद्रजीत सिंह गिल परमजीत गिल गुरजीत गिल सरदार मनप्रीत गिल भगत सिंह गिल महावीर सिंह बबली त्यागी भानु सिद्धू विजेंदर त्यागी कपिल सिद्धू नवीन पूनिया यशपाल पूनिया संदीप ग्रेवाल दीपक बिसलl सोमबीर पूनिया आदि ने भाग लिया।
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