समाजवादी पार्टी के नेताओं ने किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई
रिपोर्ट फ़ैसल मलिक
कैराना-कैराना विधानसभा क्षेत्र के कस्बा झिंझाना स्थित विरासत रिजॉर्ट में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा किसान मसीहा एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती को किसान दिवस के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर चौधरी चरण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
चौधरी चरण सिंह: सादगी और सेवा का प्रतीक कार्यक्रम के दौरान सपा नेता विक्की देशवाल ने चौधरी चरण सिंह की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सादगी और ईमानदारी के प्रतिरूप थे। उनका जीवन किसानों और गरीबों के उत्थान को समर्पित था। उन्होंने हमेशा सादगीपूर्ण जीवन जीने की वकालत की और हर वर्ग के नेताओं में इसी सादगी को देखना पसंद किया। उनका मानना था कि राजनेताओं को जनता के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए सरल और ईमानदार रहना चाहिए। योगदानसपा प्रदेश सचिव (पिछड़ा वर्ग) रविन्द्र प्रधान जोगी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए अद्वितीय कार्य किए। उन्होंने देश में किसानों की स्थिति सुधारने के लिए कृषि क्षेत्र में सुधार की योजनाएं बनाई। उनके द्वारा लागू की गई नीतियां आज भी कई राजनैतिक दलों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उनके सिद्धांत एकता और विकास के आदर्शों पर आधारित थे, जो वर्तमान समय में भी प्रासंगिक हैं।कैराना से चौधरी चरण सिंह का गहरा नाता रहा।लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष कलीम हसन ने चौधरी चरण सिंह के कैराना लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र से गहरे नाते का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब का यह रिश्ता सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि पारिवारिक भी था। वे हमेशा कैराना क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता देते थे और उनके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करते थे।सपा नेता राशिद मलिक ने कहा कि स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव ने चौधरी चरण सिंह की नीतियों को समाजवाद के रूप में स्थापित किया। यही समाजवादी विचारधारा आज समाजवादी पार्टी की अनमोल धरोहर है। चौधरी साहब के सिद्धांत और उनके विचार न केवल समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि पूरे देश के लिए मार्गदर्शक हैं।पिछड़े वर्गों के उत्थान में अग्रणी भूमिका सपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र पाल ने चौधरी चरण सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए काम किया, बल्कि पिछड़े, अति पिछड़े, अल्पसंख्यक और दलित वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नीतियां आज भी इन वर्गों के लिए प्रेरणादायक हैं।इस कार्यक्रम में कई प्रमुख सपा नेता और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इनमें चौधरी सुरेंद्र ताना, चौधरी संदीप गुर्जर (जिला अध्यक्ष युवजन सभा शामली), रविंद्र पाल (जिला अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ), इमरान राणा, चौधरी अश्विनी गुर्जर (प्रदेश सचिव लोहिया वाहिनी), रईस मिर्जा (जिला उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ), सलीम अल्वी (जिला उपाध्यक्ष लोहिया वाहिनी), राशिद मलिक (जिला सचिव पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ), रीना कश्यप (विधानसभा सचिव थानाभवन), सुनील कश्यप (जिला महासचिव पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ) और सतबीर सैनी (शामली विधानसभा महासचिव पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ) शामिल थे।जयंती के अवसर पर चौधरी सुरेंद्र ताना ने मिठाइयां बांटी और चौधरी चरण सिंह के प्रति श्रद्धा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब ने अपने पूरे जीवन में देश के विकास और गरीबों की बेहतरी के लिए काम किया। उनका जीवन युवाओं और किसानों के लिए आदर्श है। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का जीवन संघर्ष और सादगी का प्रतीक है। उन्होंने हमेशा अपने जीवन में किसानों और गरीबों की भलाई को प्राथमिकता दी। उनके जीवन से यह संदेश मिलता है कि यदि नेता ईमानदार और सादगीपूर्ण जीवन जीएं, तो समाज में बदलाव लाया जा सकता है।कार्यक्रम के अंत में सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने एकजुट होकर चौधरी चरण सिंह के विचारों और नीतियों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। सभी ने कहा कि चौधरी साहब की विरासत को बचाने और उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए समाजवादी पार्टी हर संभव प्रयास करेगी। चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती का यह कार्यक्रम न केवल उनके प्रति श्रद्धांजलि था, बल्कि उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का एक प्रयास भी था। उनकी सादगी, ईमानदारी और देश के प्रति समर्पण आज भी सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
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