खूँखार हो चुके बंदरों ने युवक पर हमला कर किया घायल
रिपोर्ट डाँ ताहिर मलिक
मौहल्ला इकराम निवासी युवक शुभम कुमार अपने घर था तभी बंदरों के एक झुंड उनके घर आ गया।शुभम कुमार ने बंदरों को भगाने की कोशिश की तो बंदरो के झुंड ने उस पर हमला कर दिया।शुभम की पीठ पर बंदरो ने ज़ख़्म बना दिए।किसी तरह बंदरों के बीच से शुभम को बचाया जा सके।पीड़ित शुभम व मौहल्ले वासियों ने बंदरो से निजात दिलाए जाने की माँग की है।गौरतलब है कि नगर के कई मौहल्लों में बंदरों के झुंड दिन रात घूमते रहते हैं।बंदर घरों में घुस जाते हैं और खाने पीने का सामान ले जाते हैं।खाने पीने का सामान न मिलने पर दूसरी चीजें उठा ले जाते और तोड़फोड़ देते हैं या कहीं और ले जाकर फेंक देते हैं।यदि कोई बंदरों को भगाने की कोशिश करता है बंदर डरने की बजाए हमला कर देते हैं।शुभम कुमार से पूर्व भी कई लोग व मासूम बच्चों को बंदर घायल कर चुके हैं।मौहल्ला कायस्थान निवासी एक पत्रकार की पत्नि की तो बाजू ही टूट गई थी जिसका ऑपरेशन कराना पड़ा था।इसके अलावा भी कई बड़े व बच्चे इनके डर से गिर कर घायल हो चुके हैं।बंदरों की समस्या ऐसी विकराल समस्या बन गई है जिसका कोई समाधान नज़र नही आता।पूर्व में बंदरों से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों को ज्ञापन भी दिए गए हैं।पूर्व नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी रामचंद्र मौर्य ने बंदरों को पकड़वा कर जनता को राहत दिलाई थी लेकिन कुछ समय बाद बंदर फिर आ गए हैं और अब इनकी संख्या भी ज़्यादा है और ये पहले से ज़्यादा खूँखार भी हो चुके हैं।क्षेत्र के लोगों ने बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की माँग की है।
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