मेरे वतन मेरी जन्मभूमि की मिट्टी की खुश्बू बसी हुई है।यहाँ बिताए पल मेरे लिए अनमोल और यादगार हैं-एनआरआई विनोद गुप्ता
रिपोर्ट-अमन मलिक
रामपुर मनिहारान-एनआरआई विनोद गुप्ता ने कहा कि मेरे वतन मेरी जन्मभूमि की मिट्टी की खुश्बू मेरी साँसों में बसी हुई है।यहाँ बिताए पल मेरी ज़िंदगी के सबसे अनमोल और यादगार पल हैं।
विनोद गुप्ता चैरिटेबल फाउंडेशन के संस्थापक विनोद गुप्ता विजीसीएफ द्वारा रामरति एजुकेशन कॉम्प्लेक्स का भृमण करने के बाद अपनी जन्मभूमि के भृमण के लिए निकले।गली मौहल्लों में पैदल घूमे और बुजुर्गों-पुराने दोस्तों से मुलाक़ात की।विनोद गुप्ता बहुत सादगी से सभी से मिल रहे थे।उनके व्यवहार से कहीं से भी नहीं लग रहा था कि अमेरिका में जा बसा यह धनाढ्य व्यक्ति किसी प्रकार का अहंकार करता है।सभी ने दिल खोलकर विनोद गुप्ता का स्वागत किया। विनोद गुप्ता ने कहा कि मैं जन्म और कर्म से भारतीय हूँ।भारत दुनिया का श्रेष्ठ देश है।उन्होंने कहा कि मेरे वतन और जन्मभूमि की मिट्टी की खुश्बू मेरी साँसों ने बसी हुई है।यह खुश्बू मुझे यहाँ खींच लाती है।यहाँ आकर मैं अपनी ज़िंदगी के अनमोल और यादगार पल जीता हूँ।विजीसीएफ के चेयरमैन आशुतोष दयाल शर्मा ने कहा कि यहाँ के लोगों का निस्वार्थ निश्छल प्रेम देखकर मैं भावुक हो गया हूँ।भगवान करे सारी दुनिया इतनी ही प्यारी हो जाए।इस दौरान विजीसीएफ के चेयरमैन आशुतोष दयाल शर्मा, श्रीमती डी के गुप्ता,प्रदीप अग्रवाल व आरएसी की प्रेसिडेंट श्रीमती राजकमल सक्सेना मौजूद रहे।
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