विभिन्न देशों से आए 30 सिविल सेवकों के प्रतिनिधिमंडल ने ली जिला प्रशासन एवं पुलिस के कार्यों की जानकारी
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
सहारनपुर-जिलाधिकारी श्री मनीष बंसल ने कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में श्रीलंका, मलेशिया, मालदीव, कम्बोडिया, ओमान, कीनिया, तंजानिया, सेशल और म्यांमार से आए 30 सिविल सेवकों के प्रतिनिधि मण्डल को जिला प्रशासन, पुलिस एवं अन्य विभागों की कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी दी। सिविल सेवकों द्वारा विभिन्न विषयों से सम्बन्धित प्रश्न पूछे गए जिसका जवाब जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा दिया गया। सर्वप्रथम विभिन्न देशों से आए 30 सिविल सेवकों का सहारनपुर में पंहुचने पर पुष्प भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर नेशनल सेन्टर फॉर गुड गवर्नेंस के सदस्यों द्वारा जिलाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को मोमेन्टो भेंट किया गया। जिलाधिकारी द्वारा भी समस्त प्रतिनिधि मण्डल को जनपद में निर्मित काष्ठकला से निर्मित ओडीओपी उत्पाद भेंट दिए गए।
डीएम ने प्रतिनिधि मण्डल को संविधान दिवस 26 नवम्बर की विशेषता बताते हुए देश की स्वतंत्रता एवं संविधान निर्माण के बारें में जानकारी दी। उन्होंने जिले में डीएम की भूमिका के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डीएम का जिले में अहम योगदान होता है। सरकार द्वारा जो भी आम जनता के लिए योजनाएं चलाई जाती है उन योजनाओं का आम जनता तक लाभ पंहुचे इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है। वह समय-समय पर सम्बंधित अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कार्याे की समीक्षा करते है। जिले में कानून व्यवस्था, विभाग के अधिकारियों में आपसी तालमेल, विकास कार्याे को गति देना, जिले की हर जरूरी गतिविधियों को उच्च अधिकारियों को व मुख्यमंत्री तक पंहुचाना, जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों से लगातार सम्पर्क रखना, आम जनता की समस्याएं सुनकर अधिकारियों के माध्यम से उनका निराकरण करना जैसे बहुत से कार्य जिला प्रशासन के क्षेत्र में आते है।श्री मनीष बंसल ने कहा कि चुनाव के समय भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशन में जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी हो जाते है और उनकी देखरेख में जिला स्तर का चुनाव निष्पक्ष, निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवाया जाता है। प्रतिनिधि मण्डल को जिला मजिस्ट्रेट, जिला मजिस्ट्रेट को बीएनएसएस के द्वारा प्रदत्त किये गये अधिकार, प्रशासनिक एवं न्यायिक कर्त्व्यों, न्यायपालिका, जेल, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, रजिस्ट्रार, कानूनगो, लेखपाल के कर्तव्यों, भौतिक संरचना सहित सूचना का अधिकार की जानकारी उपलब्ध करवायी गयी। पुलिस अधीक्षक नगर अभिमन्यु मांगलिक ने जिले में पुलिस की भूमिका के बारे में भी प्रतिनिधिमण्डल को जानकारी देते हुए कहा कि जिले में कानून व्यवस्था की देखभाल पुलिस करती है। उन्होने डायल 112 के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक ऐसी आपातकालीन सेवा है जिसके द्वारा कुछ मिनटों में ही पुलिस पीडित के पास पंहुचकर मदद करती है। एसपी सिटी ने बताया कि जिले में कानून व्यवस्था थानों के माध्यम से की जाती है। आम जनता को यदि कोई दिक्कत आती है तो वह अपने नजदीक के सम्बंधित थाने में जा कर अपनी समस्याएं बताते है जिसका पुलिस द्वारा समाधान किया जाता है और पीड़ित का न्याय दिलाया जाता है। मुख्य विकास अधिकारी श्री सुमित राजेश महाजन ने जनपद में विकास कार्य करने वाली प्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास परियोजनाओं एवं विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में प्रतिनिधि मण्डल को विस्तार से जानकारी दी। इसके पश्चात प्रतिनिधि मण्डल ने जनपद के ओडीओपी उत्पादों की निर्माण फैक्ट्री में पंहुचकर जानकारी लेने के साथ जनपद में बन रहे वैश्विक स्तर के उत्पादों की सराहना की।इस अवसर पर प्रभारी एनसीजीजी मसूरी एवं कोर्स कोर्डिनेटर ए0पी0 सिंह, प्रोग्राम असिसटेन्ट श्री संजय पंत, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 अर्चना द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री रजनीश कुमार मिश्र, सिटी मजिस्ट्रेट श्री गजेन्द्र कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, पीडी डीआरडीए श्री प्रणय कृष्ण सहित जनपद के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ