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दिवाली पर सांस और हार्ट के मरीज रखें अपना विशेष ध्यान -डाँ संजीव मिगलानी

दिवाली पर सांस और हार्ट के मरीज रखें अपना विशेष ध्यान -डाँ संजीव मिगलानी

रिपोर्ट-अमान उल्ला खान

सहारनपुर-धुएओर तेज बम वाले पटाखो से सांस ओर हार्ट के मरीजो को पेरशानी का सामना करना पड़ सकता है ओर उन के लिए नुकसानदायक है

जनपद के प्रसिद्ध डाँ संजीव मिगलानी ने बताया है कि ज्यादा धुए वाले पटाखों में एस. पी. एम. कार्बन मोनो आक्साइड, सल्फर डाई आक्साइड बहुत ज्यादा होते है जो निम्नलिखित बीमारियो में बढ़ जाती है दमा,सांस की नली में सूजन, नजला,साइनोसाइटिस लेनजाइटिस निम्नलिखित बीमारियो है सामान्य इन्सान की कान की क्षमता 60 डेसिबल होती है। तेज डेसिबिल के बम से निम्नलिखित परेशानिया होती है !!ब्लड प्रेशर का बढ़ जाना,हार्ट अटैक का होना, बेचैनी,नींद नही आना, बहरा होना पेरशानी का सामना करना पड़ सकता है ग्रीन लाईट निकलने वाले पटाखों में बेरियम होता है, जो जहरीला है।ब्लू लाईट निकलने वाले पटाखो में कॉपर होता है जो कैंसर करता है।दिवाली पर जनपद वासीअपना विशेष ध्यान रखें सिंथेटिक मावे की मिठाई का प्रयोग ना करें शुद्ध मिठाई का प्रयोग करें क्योंकि सिंथेटिक मावे से बनी मिठाइयां अनेक बीमारियों को जन्म देती हैऔर हमें इससे बचना चाहिए

पटाखे जलाते समय सावधानियाँ |

प्रशासन के नियमों का पालन करे । पटाखे जलाने की पूरी प्रक्रिया को अच्छी तरह समझ ले ।पटाखे जलाते समय आंखो पर चश्मो का इस्तेमाल करे । पटाखे खुले स्थान पर जलाये, घर मे न जलाये । पटाखे जलाने के स्थान पर सदैव पानी एक बर्तन में भरकर रखे। पटाखे हाथ मे लेकर न छुटाये व कपडो से दूर रखे। पटाखे वाहनो से दूर छुटायें।अपने पालतु जानवर को पटाखो से दूर रखे।अगर कोई पटाखा पहली बार में न जले तो 15 से 20 मिनट तक इंतजार करे फिर उसे पानी की बाल्टी में डाल दे । उसको फौरन दौबारा जलाने की कोशिश न करे ।






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