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एडीएम ने चौपाल में किसानो की समस्या को सूना

 एडीएम ने चौपाल में किसानो की समस्या को सूना

रिपोर्ट फ़ैसल मलिक 

जलालाबाद-कस्बे के मौहल्ला मोहम्मदीगंज स्थित बीआरसी कार्यालय के सभागार में चकबंदी में किसानों की समस्याओं का निदान करने के निर्देश के अंतर्गत एडीएम परमानंद झा ने चौपाल में किसानो की समस्या को सुनकर उन पर कार्रवाई करने के निर्देश चकबंदी कर्मियों को दिए।

जलालाबाद देहात के भास्कर मंडी के यशपाल सैनी ने चकबंदी में आबादी की भूमि आरक्षित करने का मुद्दा रखा। जिस पर चकबंदी अधिकारी हरेंद्र सिंह ने बताया कि चकबंदी प्रक्रिया में भास्कर मंडी में आबादी की भूमि पहले ही आरक्षित कर दी गई है। जलालाबाद के मौहल्ला हरी नगर निवासी दिव्यांग रतन सिंह ने चौपाल में एडीएम के सामने पीड़ा जताई कि, वह अनुसूचित जाति वर्ग से हैं। उनके पट्टे की जमीन के कुछ भाग पर दबंग लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है। इसकी शिकायत उन्होंने अपर जिलाधिकारी से की थी। परंतु उनके आदेश के बाद भी अवैध कब्जा मुक्त करने के लिए कार्रवाई नहीं हुई है। रतन सिंह के पुत्र सचिन सिंह ने चौपाल में बताया कि उनके बाबा स्वर्गीय ओमप्रकाश पुत्र जयचंद की भूमि नक्शा पांच के अनुसार कम बो रहे हैं। उनकी शेष जमीन पर उन्हें कब्जा दिलाया जाए। इरशाद पुर माजरा के किसान सेठ पाल ने चौपाल में खड़े होकर बताया कि उनके पास खतौनी में 21 बीघा भूमि दर्ज है। परंतु मौके पर 14 बीघा भूमि पर खेती कर रहे हैं। सात बीघा भूमि पर अवैध कब्जा है। जिसको दबंग लोग नहीं छोड़ रहे हैं। चौपाल में अधिकांश किसानों ने एडीएम को बताया कि चकबंदी प्रक्रिया के दौरान दबंग लोगों द्वारा कमजोर किसानो की भूमि पर अवैध कब्जे कर रखे हैं। चक रोड, पानी की सरकारी नालियां खेतों में मिला ली गई है। इनको लेकर कमजोर किसान विरोध करते हैं। ऐसी धूम लोग धमकी देते हैं कि चकबंदी प्रक्रिया तक वह कब्जा नहीं छोड़ेंगे। चकबंदी प्रक्रिया मे चक मार्ग लगने पर तुम्हें, तुम्हारी भूमि सरकार से मिल जाएगी। चौपाल में मामला सामने आया कि शमशान, कब्रिस्तान की भूमि पर भी कुछ लोग फसल व पेड़ बोकर आमदनी कर रहे हैं। इसके लिए धार्मिकता की आड़ ली जा रही है।  एडीएम ने चकबंदी अधिकारी हरेंद्र सिंह को निर्देशित किया कि अवैध कब्जा को लेकर पुलिस बल के साथ अवैध कब्जा करने वालों पर कार्रवाई करें। एडीएम परमानंद झा ने बताया कि शासन का चौपाल के जरिए प्राथमिकता है कि चकबंदी प्रक्रिया बाधित न हो, जल्द से जल्द ग्राम में चकबंदी पूर्ण हो जाए। चकबंदी अधिकारी हरेंद्र सिंह ने न्यायालय में सुनवाई करते हुए 286 वादों का निस्तारण कर दिया है। ‌ इन सभी किसानों के सर्वे के दौरान रकबे कम दर्शाया गए थे। पुराने बंदोबस्त के आधार पर सभी किसानों के रकबे  मान लिए गए हैं। इस प्रक्रिया से किसी किसान की भूमि कम नहीं रह सकेगी। न्यायालय में किसान अनिल कुमार, मंगतराम, बलवीर सिंह, ओमप्रकाश, बुंदू, राधेश्याम, सोमनाथ, सदाकत अली खान, बशीर अहमद, अन्य सभी के वादों में निर्णय  दिया गया । चौपाल, न्यायालय को सफल बनाने में सहायक चकबंदी अधिकारी राजू पाल, कानूनगो जयवीर सिंह, पेशकार प्रशांत शर्मा, लेखपाल मंगल सेन, प्रविंद कुमार, विजय राठी, अन्य उपस्थित रहे। एडीएम परमानंद झा, चकबंदी अधिकारी ने प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ के दर्शन किए। यहां पर मंदिर प्रबंधन कमेटी के मंत्री सुशील जैन, पूर्व सभासद राजेश सैनी द्वारा पटका पहना कर दोनों अधिकारियों का मंदिर में दर्शन करने के उपरांत स्वागत किया।

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