डीएम ने पिलखनी में क्राप कटिंग के माध्यम से जांची धान की उत्पादकता
रिपोर्ट अमान उल्ला खान
उन्होने बताया कि सरकार द्वारा क्रॉप कटिंग के आधार पर ही उत्पादकता के सटीक आंकड़े प्राप्त किये जाते हैं। क्रॉप कटिंग से प्राप्त आंकडों के आधार पर ही ओलावृष्टि, अतिवृष्टि एवं अन्य प्रकार से फसल नुकसान और फसल बीमा की मुआवजा राशि का निर्धारण किया जाता है। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर उपस्थित लोगों से क्षेत्र में उत्पादित की जाने वाली प्रमुख फसलों की विभिन्न किस्मो व उत्पादकता संबंधी जानकारी भी प्राप्त की गई।क्रॉप कटिंग के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों से संवाद स्थापित कर उनका हालचाल जाना। उन्होने क्रॉप कटिंग के दौरान उपस्थित किसानों को नजदीकी धान क्रय केन्द्र पर धान बेचने की सलाह दी। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा के फायदे बताते हुए कहा कि किसी प्रकार का भी बीमा आपदा के समय ही काम आता है। हांलांकि फसल बीमा योजना स्वैच्छिक कर दी गयी है, परन्तु किसी भी प्रकार की आपदा से बचने के लिये बीमा अवश्य ही लाभकारी होता है। उन्होंने बताया कि धान खरीद केन्द्र पर धान बेचने से उनकी फसल का उचित मूल्य प्राप्त होगा, बेहतर होगा कि वह किसी प्रकार की अफवाह या बहकावे में न आएं। उन्होंने किसानों को पराली का उचित प्रबन्धन किये जाने की सलाह देते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिये पराली न जलाने की अपील की।इस दौरान तहसीलदार नकुड जसमेंदर, राजस्व कर्मचारी एवं कृषक बंधु उपस्थित रहे।
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