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बेटे बेटियों की परवरिश या तालीम में कोई फ़र्क़ न किया जाए-मौलाना शमशीर क़ासमी


बेटे बेटियों की परवरिश या तालीम में कोई फ़र्क़ न किया जाए-मौलाना शमशीर क़ासमी

रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक

रामपुर मनिहारान-हज़रत मौलाना शमशीर क़ासमी ने कहा कि मौजूदा वक्त में दीन की तालीम के साथ साथ बच्चों को दुनियावी तालीम भी दिलानी चाहिए।

नाई नगली माजरी स्थित मदरसा जामिया इस्लामिया दारे अकरम में बच्चों के शसमाहा इम्तेहान कराए गए।इम्तिहान लेने आए उलेमा ए दीन की देखरेख में इम्तिहान हुए।बाद में हज़रत मौलाना शमशीर क़ासमी ने कहा कि मौजूदा वक्त में अपने बच्चों को दीन के साथ साथ दुनियावी तालीम भी ज़रूर दिलानी चाहिए।क्योंकि दीन बच्चों को डॉ, इंजीनियर,प्रशासनिक अधिकारी,वकील या कारोबार करने से मना नहीं करता।बस ईमानदारी से अपना काम करें और दीन के रास्ते पर चलें।उन्होंने कहा कि बेटे बेटियों की परवरिश या तालीम में कोई फ़र्क़ न किया जाए।उन्होंने कहा कि बुराइयों से बचना और सही रास्ते पर चलना चाहिए।हज़रत मुफ़्ती मोनिस ने कहा कि मदरसे दीन के मज़बूत क़िले हैं।यहीं से हम वो इल्म हासिल करते हैं जो हमें जीने की सही राह दिखाता है।मकामी लोगों को मदरसों की ज़रूरतों पर ध्यान देना चाहिए।हाफ़िज़ रिज़वान ने कहा तालीम वो रोशनी है जो जहालत के अंधेरों को मिटा देती है।मदरसा प्रबंधक हज़रत सलमान क़ासमी ने कहा कि हम बच्चों के बेहतर मुस्तकबिल के लिए काम कर रहे हैं।मौलाना शमशीर क़ासमी ने पूरी दुनिया में अमनो अमान की दुआ कराई।कारी ग़य्यूर, कारी सुफ़ियान, कारी शाहवेज़, कारी आवेस,मास्टर अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।

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