महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया-राव कैसर
रिपोर्ट - अमान उल्ला खान
गोष्ठी में अपने विचार रखते हुए पूर्व ज़िलाध्यक्ष राव कैसर एवम् महानगर अध्यक्ष भूषण चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत के दम पर अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया।गांधी जी ने दिखाया कि हथियार के बिना भी कोई बड़ा आंदोलन हो सकता है। उन्होंने सिर्फ बताया नहीं बल्कि बिना शस्त्र के क्रांति लाकर दिखाई। उनके नेतृत्व में कई जनआंदोलन खड़े हुए और आजादी की लड़ाई को तेज धार मिली।मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेल्सन मंडेला और अल्बर्ट आइंस्टीन जैसी विश्वप्रसिद्ध प्रभावशाली हस्तियां गांधी व उनके विचारों से प्रभावित थे। भारत के दूसरे प्रधान मंत्री, श्री लाल बहादुर शास्त्री की जीवनी पर बोलते हुए राव कैसर ने कहा कि वह न केवल एक प्रमुख राजनीतिक नेता थे बल्कि एक स्वतंत्रता सेनानी भी| प्रसिद्ध नारा "जय जवान जय किसान" इनके द्वारा ही दिया गया था। 1965 के भारत-पाक युद्ध, ताशकंद समझौते और हरित क्रांति में भी शास्त्री के नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका थी।यह एक महत्वपूर्ण संयोग है कि उन्होंने अपने बढ़ती उम्र से ही महात्मा गांधी से बहुत प्रेरणा ली,इस अवसर पर मुख्य रूप से पंकज चौधरी,राव फ़रमान,अनुज वर्मा,पूनम चौधरी,वीरेंद्र तोमर,शाहनवाज़ ख़ान,क़मरूद्दीन,सुनील कुमार,राव शाहरुख़ ,गौरव जैन,सनी,अंकुर कोरी,राव शहज़ाद आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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