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अमेरिका में रहने के बावजूद भारत की संस्कृति सभ्यता व प्रेम हमारे बच्चों में मौजूद -नेहा

अमेरिका में रहने के बावजूद भारत की संस्कृति सभ्यता व प्रेम हमारे बच्चों में मौजूद -नेहा 

हमारा उद्देश्य शिक्षा के साथ भारत के उस संस्कार को बनाए रखना-श्रीमती राजकमल 

रिपोर्ट डाँ ताहिर मलिक

रामपुर मनिहारान-बिल क्लिंटन स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय बच्चों के साथ अमेरिका से आए बच्चों ने शानदार डांस व सिंगिंग कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

रामरति एजुकेशन कॉम्प्लेक्स के विनगिरी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में बिल क्लिंटन स्कूल के छोटे छोटे मासूम बच्चों नैमिष,इनाया, विधि,अनुश्री,वरदान,प्रणव,अविका,गौरीश,शौर्य, फरीहा, लक्षिता,अर्णव,माइकल,जियांश,मीत, एंजल,हिबा,इरहा, अफ़ीफ़ा, परमीत, अन्विता,आत्मन ने सबसे पहले वेलकम टू अवर स्कूल पर प्रस्तुति दी।यूकेजी की खुशी व अनुश्री ने पोएम सुनाई,उसके बाद एलकेजी के फ़ारिया,अनन्या,रयान अली खान,चित्रा,क्षतिज,आराध्या ने मेरा जूता है जापानी गीत पर शानदार प्रस्तुति दी।कार्यक्रम इतना शानदार रहा कि बच्चों पैरेंट्स भी थिरकने लगे।वहीं अमेरिका से आए नेहा कंसल व प्रतीक कंसल के बच्चे ईशान और कियारा कंसल भी अपनी मातृभूमि भारत की मिट्टी की खुश्बू में सरोबार हो गए उन्होंने भी शानदार प्रस्तुति दी।नेहा कंसल और प्रतीक कंसल ने कहा कि अमेरिका में रहने के बावजूद भारत की संस्कृति सभ्यता और प्रेम हमारे बच्चों में मौजूद है यह हमें आज ही पता चला और हम इससे बेहद ख़ुश हैं।संस्था की प्रेजिडेंट श्रीमती राजकमल सक्सेना ने कहा कि हमारा उद्देश्य शिक्षा के साथ भारत के उस संस्कार को बनाए रखना है जहाँ बड़े बुजुर्गों को पूजनीय माना जाता है और उनका सम्मान किया जाता है।इस दौरान बिल क्लिंटन स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ एसपी सिंह,हैड मिस्ट्रेस वीनू शर्मा सहित समस्त स्टाफ़ व बच्चों के अभिभावक मौजूद रहे।

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