झांकियां से समाहित भव्य ढंग से वापिसी हुई जैन वार्षिक महोत्सव यात्रा
यात्रा का मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा श्री जी का 17 फीट ऊंचा स्वर्ण मंदिर रथ
रिपोर्ट अमान उल्ला खान/ राजा जैन
सहारनपुर में जैन वार्षिक गजरथ महोत्सव यात्रा आज वापसी के लिए जैन बाग स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर जिसे शुभारंभ हुआ यात्रा का शुभारंभ यात्रा के मुख्य संयोजक राकेश जैन महामंत्री संजीव जैन अनिल जैन मां संदीप जैन बॉबी राजीव जैन टीटू, राजीव जैन सुनील जैन टीटू आचमन जैन चौधरी अजीत जैन चौधरी अनुज जैन चौधरी संदीप जैन ने संयुक्त रूप से किया।सहारनपुर जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन ने कहा ये हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि प्रभु श्रीजी मन्दिर जी से बाहर हमें दर्शन देते हैं। ये बड़े हर्ष की बात है इस बार यात्रा में जोशीले युवाओं और बच्चों का उत्साह और समर्पण भाव ने यात्रा को ऐतिहासिक बना दिया। सभी ने एकता के सूत्र में बंध कर अनुशासन के साथ यात्रा और रात्रि में आयोजित कार्यक्रमो को भव्य बनाकर दिखा दिया कि हमारा भविष्य उमंग से सराबोर जोशीला अनुशासित और एकता में विश्वास करने वाला सुनहरा है।यात्रा में सबसे आगे धर्म ध्वजा लिए एक युवक चल रहा था तो उसके जैन धर्म के सिद्धांत को दर्शाता स्वर्ण मंदिर बैनर को लेकर दो युवक चल रहे थे जिसमें जियो और जीने दो का संदेश स्वर्ण अक्षरों में लिखा हुआ था ढोलकी थाप यात्रा के आगमन की सूचना दे रही थी। वही अश्वो पर सवार युवक यात्रा की अगुवाई करते हुए दिखाई दिए यात्रा में सौधर्म इंद्र अरुण जैन परिवार एरावत पर सवार दिखाई दिए। जो प्रभु के आगमन पर अपना हर्ष व्यक्त कर रहे थे श्री जी के यात्रा के आगमन का स्वागत करने के लिए नगर मार्ग पर जगह-जगह खूबसूरत रंगोलिया बनाई हुई थी सड़कों पर बंदरवार लगी हुई थी रंग बिरंगी लाइटों से पूरा नगर सजा हुआ था जिसमें नगर भ्रमण के दौरान मार्ग बड़े ही सुंदर प्रतीत हो रहे थे। यात्रा में चल रहे छोटे हाथी रथ जलेब घोड़े आदि यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे यात्रा में कई झांकियां सम्मिलित रही जो जैन धर्म के सिद्धांतों और 24 तीर्थंकर के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को बड़े ही खूबसूरती से उकार रही थी। और धर्म की महत्ता को दर्शा रही थी श्री 1008 पारसनाथ भगवान का तपस्या के दौरान कामत द्वारा उपसर्ग और मां पद्मावती और देव धनेंद्र द्वारा उनकी रक्षा का दृश्य बडीही खूबसूरती से दर्शाया गया था वही भक्ति में शक्ति की झांकी सभी के द्वारा विशेष रूप से पसंद की गई इस झांकी में दर्शाया गया की भक्ति धन को नहीं बल्कि भक्ति भाव से की गई भक्ति को महत्व मिलता है वहीं सामाजिक कुरीतियां पर कुठाराघात करती झांकियां ने सभी को आकर्षित किया पर्यावरण के महत्व को भी दर्शाया गया यदि पेड़ नहीं होंगे तो इंसान भी ना होंगे। यात्रा में रंग बिरंगी पोशोको में सुसज्जित विभिन्न वाद्य यंत्रों से भक्ति भजन से वातावरण को पूर्णतया आध्यात्मिक बना रहे थे बैंड बाजे। केवल सहारनपुर के ही नहीं दिल्ली और अन्य कहीं स्थान से आए यात्रा में लगभग 7 से भी ज्यादा बैंड शामिल रहे। बाहुबली भगवान का मस्त का अभिषेक मस्त का अभिषेक बाहुबली भगवान का मस्तकाभिषेक, जैन धर्म की जय जयकार, प्रभु हुए रथ पर सवार नगाड़ा बाज रहा, तुमसे लागी लगन ले लो अपनी शरण, एक मोटी लड़की का पालन उसमें झूले त्रिशला का ललना। कैसे मंत्र मुकुट भजनों ने सभी को थिरकने के लिए मजबूर कर दिया कुछ लोग हाथों में चवंर लेकर नृत्य करने लगे। तो वहीं कुछ लोग करतल ध्वनि से उनके साथ दे रहे थे।
2 किलोमीटर लंबी से भी लंबी यात्रा में शहनाई की धुन सभी का मन मोह रही थी तो वही घूमते गुडुलुने को बच्चों ने बेहद पसंद किया। यात्रा में सबसे पीछे 17 फीट ऊंचा स्वर्ण मंदिर रथ यहा। जिसमें श्रीजी सवार रहे उनकी एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई थी। श्री जी के रथ के आगे भजन मंडली चल रही थी जिस पर श्रद्धालु लगातार श्री जी की भक्ति करते हुए चल रहे थे। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पर श्री जी की आरती कर अपने भाग्य को सराहा। वहीं कई स्थानों पर महिलाओं ने डांडिया नृत्य कर अपनी भक्ति भाव को प्रस्तुत किया तो बच्चों ने भी सामूहिक नृत्य कर वातावरण को पूर्णता आध्यात्मिक बना डाला। श्रीजी को रथ मे सवार मनोहर दृश्य को देखने के लिए हर कोई बार-बार लड़ाई तो दिखाई दिया। विजय जैन नवीन जैन को खांसी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वही श्री जी के दोनों और इंद्र के रूप में ऋषभ जैन पारस जैन चंवर डुला रहे थे। वही यात्रा में श्री जी के रथ पर सुनील जयंती अमित जैन बिट्टू संदीप जैन बॉबी अनिल जैन मंटू कुबेर बन श्री जी की भक्तिकी। वही श्री जी के घंटी की सीट जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन,अजय जैनप्रभात जैन श्री जी के सारथी बने का सौभाग्य विपिन जैन विनय जैन दिनेश जैन पाली डॉ एके जैन अनुज जैन अजीत जैन अनिल जैन मंटू को मिला। वही श्री जी के खजांची की भूमिका संदीप जैन अरुणजैन अविनाश जैन राजा शैलेंद्र जैन अनिल जैन ने निभाई। वही श्री जी के सारथी बनने का सौभाग्य विपिन जैन अजय जैन विपिन जैन नवीन जैन नितिनजैन संजय जैन दीपक जैन मुकेश जैन विनय जैन पीयूष जैन आशीषजैन कुलभूषण जैन संजीव जैन अरुण जैन अजय जैन राजीव जैन श्रवणजैन मुकेश जैन अविनाश जैन अजय जैन देवेंद्र जैन चंद्र जैन को मिला।
जैन वार्षिक गजरथ महोत्सव यात्रा श्री दिगंबर जैन मंदिर जी से प्रारंभ होकर जैन बाग रामकृष्ण परमहंस पारस पैलेस चिलकाना चुंगी महावीर कॉलोनी अरबी मदरसा भगत सिंह चौक मोरगंज बाजार चौक फव्वारा नया बाजार सर्राफा बाजार हवाई हट्टा दीपावली बाजार कायस्थान संगियान छोटा इमामबाड़ा होते हुए मोहल्ला चौधरियन स्थित श्री जैन मंदिर की पहुंची। जहां श्री जी का जलाभिषेक इंद्र वेश धारण किए हुए श्रावको ने विधि विधान एवं मित्रों उच्चारण के साथ किया सभी ने जलाभिषेक को अपने नयन और मस्तक पर लगाकर सर्व कल्याण की कामना की। यात्रा को सफल बनाने में यात्रा को सफल बनाने मे जैन समाज के संरक्षक कुलभूषण जैन चंद्र जैन अजय जैन देव भगत, मुख्य संयोजक राकेश कुमार जैन जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन महामंत्री संजीव जैन उपाध्यक्ष विपिन जैन उप मंत्री अविनाश जैन नाटी, पार्षद मयंक अग्रवाल पार्षद नीरज शर्मा पार्षद अनुज जैन पार्षद मुकेश गक्खड, पार्षद संजय गर्ग, पूर्व पार्षद मानसिंह जैन मनोज जैन,भव्य जैन अक्षत जैन अमित जैन वैभव जैन सीए सजल जैन सीए विपिन जैन नवीन जैन नमन जैन वैभव जैन अक्षत जैन संदीप बॉबी जैन, सुनील टीटू जैन, विनय जैन धीरज जैन ऋषभ जैन प्रियांशु जैन आचमन जैन हर्ष जैन अभिषेक जैन अक्षत जैन धवल जैन आदि जैन शुभम जैन पारस जैन सिद्धार्थ जैन, मधुर जैन पंकज जैन आतिश जैन दिनेश जैन सौरभ जैन राजा जैन धवल जैन विवेक जैन विशाल जैन चूड़ी वालेअरिहंत जैन, नीतिश जैन, अर्पित जैन, भव्य जैन सिद्धार्थ जैन पीयूष जैन वरुण जैन पवन जैन विजय जैन दीपक जैन प्रवीण जैन अमित जैन इशांत जैन सुभाष जैन श्रवण जैन मोहित जैन, निखिल जैन शशांक जैन सौरभ जैन विकास जैन नमन जैन सोनू जैन, सजल जैन अभिषेक जैन, राजा जैन दिवाकर जैन, मोहित जैन, नीरज जैन सोनू जैन विवेक जैन मोनू जैन आदि जैन अंकित जैन नमन जैन वरूण जैन धीरज जैन के साथ नागरिक सुरक्षा कोर के सभी वार्डनो का विशेष सहयोग रहा।
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