उप कृषि निदेशक ने किया किसानों को पराली फसल अवशेष खेतों में नहीं जलाने के लिए जागरूक
रिपोर्ट-फैसल मलिक
जलालाबाद- यमुनोत्री हाईवे किनारे नए बस स्टैंड पर उप कृषि निदेशक प्रमोद कुमार के नेतृत्व में कृषि विभाग कर्मचारी, चकबंदी लेखपाल फसल अवशेष प्रबंधन हेतु प्रचार वाहन के साथ पहुंचे। यहां पर प्रचार वाहन पर लाउडस्पीकर व दोनों ओर लगाए फ्लेक्सी से किसानों को पराली, फसल अवशेष खेतों में नहीं जलाने के लिए जागरूकता संदेश दिया गया।
किसानों को जागरुक करते बताया गया कि खेतों में पराली, फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। खेत में मौजूद केंचुए मर जाते हैं। जमीन में लाभदायक जीवाणुओं की क्रिया शीलता खत्म हो जाने पर फसलों की पैदावार में कमी आती है। पराली, गन्ने की पत्ती पर डी कंपोस्ट डालकर , फसल अवशेष सडा कर खाद बना, खेतों में डालें। इससे मिट्टी की पैदावार क्षमता में वृद्धि होगी। पराली ,फसल अवशेष खेत में जलाने पर किसानों को दो एकड़ से कम क्षेत्र के लिए 2500 रूपए, दो एकड़ से पांच एकड़ के कम क्षेत्र के लिए 5000 रूपए, पांच एकड़ से अधिक क्षेत्र के लिए 15000 का जुर्माना अदा करना होगा।जागरूकता अभियान को सफल बनाने में कृषि विभाग के विजेंद्र कुमार, नीरज कुमार, श्याम सिंह, बृजेश कुमार, अनिल कुमार, चकबंदी लेखपाल मंगल सेन, विजय राठी रहे।
0 टिप्पणियाँ