Ticker

6/recent/ticker-posts

रासलीला में बही भक्ति की भाव सरिता

रासलीला में बही भक्ति की भाव सरिता

मेला गुघाल के उपलक्ष में हुआ रासलीला का आयोजन

रिपोर्ट- अमान उल्ला खान

सहारनपुर-जाहरवीर गोगा जी महाराज की स्मृति में लगने वाले मेला गुघाल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में नगर निगम द्वारा जनमंच सभागार में रासलीला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन महापौर डॉ. अजय कुमार, उद्यमी प्रमोद सडाना व मोहन मेहंदीरत्ता तथा अन्य अतिथियों ने रिबन काटकर किया। जबकि भगवान कृष्ण का श्रृंगार रीटा सिंह व स्नेहा गुंबर ने किया। 

महापौर डॉ. अजय कुमार व उनकी धर्मपत्नी रीटा सिंह ने ठाकुर जी के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। तत्पश्चात अतिथियों एवं पार्षदों ने रिबन काटकर रासलीला का उद्घाटन किया। रीटा सिंह, स्नेहा गुंबर, सुषमा बजाज, अल्पना तलवार व जसलीन कौर ने राधा-कृष्ण के स्वरुपों की आरती उतारी। इस अवसर पर महापौर डॉ. अजय कुमार, मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति, वाइस चेयरमैन ज्योति अग्रवाल, प्रमोद सड़ाना, मनोज मेहंदीरत्ता, राजकुमार मक्कड़, दिनेश सेठी, हेमंत अरोड़ा, संजय मिड्ढ़ा, का कार्यक्रम संयोजक पार्षद प्रियंका व सह संयोजक संजय फुटेला ने स्वागत-अभिनंदन किया।

रासलीला का शुभारंभ श्री गणेश वंदना से प्रारंभ हुआ। वृंदावन से पधारे हित नितिन भारती व दिल्ली से आये कलाकारों ने लोक नृत्य के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण और गोपियों के बीच दिव्य लीला का मंचन किया। कलाकारों ने रासलीला में श्रीकृष्ण की बाल एवं युवावस्था की एक से बढ़कर एक झांकियां नृत्य, गान और अभिनय के साथ प्रस्तुत दी। ‘गोविन्द हरे गोपाल हरे, जय राधा कृष्ण मुकुन्द हरे’ आदि भजनों ने माहौल में भक्ति की भाव सरिता प्रवाहित कर दी। श्री कृष्ण के अलग-अलग रुपों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा बजाज इंटरनेशनल के बच्चों ने भी भगवान श्री कृष्ण के बाल रुपों पर आधारित अनेक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम में प्रवेश धवन, राजेश दुआ, सरोज शर्मा, अनु बजाज, उपसभापति मुकेश गक्खड़, दल नेता संजय गर्ग, पार्षद रविसेन जैन, मयंक गर्ग, के के बत्रा, दिग्विजय चौहान, सोपिन पाल, संजीव कुमार, अनिल मित्तल, पार्षद प्रतिनिधि अनिल शर्मा, सईद सिद्दकी, पूर्व पार्षद भूरासिंह प्रजापति व जसलीन कौर आदि मौजूद रहे। संचालन संजय फुटेला व ज्योति अग्रवाल ने किया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

राजा हो या रंक दोस्ती में सभी बराबर-गोस्वामी ऊधो जी