संस्कृतियां व्यक्ति को संस्कार देती हैं- पंत
मेला गुघाल में ‘देवभूमि सांस्कृतिक गीत संध्या’ का आयोजन
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैलाश पंत ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्रत्येक घाटी में अलग संस्कृति और प्रत्येक चोटी पर अलग बोली मिलती है। उन्होंने कहा कि कुमाऊंनी, जौनसारी सहित उत्तराखण्ड की विभिन्न संस्कृतियों की तरह गोगावीर जी से जुड़ी संस्कृति भी लोगों को प्रभावित करती है। संस्कृतियां लोगों को संस्कार देती हैं। उन्होंने मेला गुघाल में पर्वतीय संस्कृति के कार्यक्रम के आयोजन के लिए महापौर व नगर निगम का आभार जताया। इस अवसर पर कैलाश पंत, महापौर डॉ. अजय कुमार, नगर विधायक राजीव गुंबर, पूर्व महापौर संजीव वालिया, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, हेमंत अरोड़ा, राहुल शर्मा, मेला चेयरमैन मनोज प्रजापति, कार्यक्रम संयोजक, पार्षद सुधीर पंवार, गोकरणदत्त शर्मा व गढ़वाल सभा के महामंत्री राजनितिन सिंह रावत ने मुख्य अतिथि कैलाश गौतम को स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया।
उक्त सभी अतिथियों का भी गढवाल सभा के प्रधान चिरंजी लाल देवरानी, महामंत्री राजनीतिन सिंह रावत, बृजराज सिंह रावत, पूर्व पार्षद नरेश रावत, महानगर उपाध्यक्ष भाजपा संदीप रावत, सुरेन्द्र जुयाल, आचार्य योगेश गौनियाल, भुपेंद्र रावत, वीरेन्द्र कंडवाल व महीपत सिंह रावत, राजेंद्र सुंदरियाल आदि ने स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया। उत्तराखण्ड के मशहूर लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी व उनके साथ आये कलाकारों ने एक से बढ़कर एक गढ़वाली गीतों से ऐसा समां बांधा कि देर रात तक श्रोता गीतों का आनंद लेते रहे। नेगी ने उत्तराखंड के पर्यावरण-जल, जंगल, जमीन के महत्व को व्यक्त करते हुए अपने गीतों में गाया। कलाकारों की सामूहिक नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावा दल नेता संजय गर्ग, वाइस चेयरमैन ज्योति अग्रवाल,पार्षद वीरसेन सिद्धू, मयंक गर्ग, नीरज शर्मा, गौरव कपिल, सोपिन पाल, अहमद मलिक, पार्षद प्रतिनिधि सईद सिद्दकी व राकेश कल्याण का भी कार्यक्रम संयोजक सुधीर पंवार व पूर्व पार्षद नरेश रावत ने पटका पहना कर अभिनंदन किया। संचालन राजनीतिन सिंह रावत ने किया।
0 टिप्पणियाँ