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18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को वाहन नही दे अभिभावक-सुरेन्द्र चौहान

18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को वाहन नही दे अभिभावक-सुरेन्द्र चौहान

अभिभावकों व स्कूल प्रशासन के संयुक्त प्रयास से ही समाधान संभव-सुधीर जोशी 

रिपोर्ट- अमान उल्ला खान

सहारनपुर-प्रोग्रेसिव स्कूल्स सोसाईटी (CBSE, ICSE एवं अन्य बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलों के संगठन) की बैठक में स्कूली बच्चों के साथ बढती सड़क दुर्घटनाओं पर चिन्ता जताई गयी तथा अभिभावको से 18 वर्ष से कम आयु के बच्चो को वाहन न देने की अपील की गई, ताकि दुर्घटनाओ पर अंकुश लग सके।

स्थानीय दिल्ली रोड़ स्थित एक होटल के सभागार में सीबीएसई / आईसीएसई एवं अन्य बोर्ड से सम्बद्ध स्कूलो के प्रबंधको व प्रधानाचार्यों की बैठक को सम्बोधित करते हुए सोसाईटी के संयोजक व वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र चौहान ने कहा कि नाबालिग स्कूली बच्चो के दोपहिया वाहन चलाते समय यातायात के नियमो का पालन न करने व हैल्मेट न लगाने की वजह से अधिकांश सड़‌क दुघटनाओं का शिकार हो र‌हे है। जो गंभीर चिन्ता का विषय है। उन्होने कहा कि सरकार द्वारा भी नाबालिग बच्चो के वाहन चलाने पर जुर्माने व सजा का प्रावधान किया गया इसके बावजूद नाबालिग बच्चो द्वारा दोपहिया व चौपहिया वाहन चलाये जा रहे है उन्होने कहा कि स्कूली बच्चे ओवरस्पीड के साथ वाहन चलाते हैं तथा अपने वाहनो को स्कूल की बाउन्ड्री के बाहर खड़ा करते है जिसकी वजह से स्कूल प्रशासन इस पर रोक नही लगा पा रहा है उन्होंने अभिभावको से अपील की कि वह अपने 18 वर्ष से उम्र के बच्चों को वाहन नही चलाने दे ताकि सडक दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके उन्होंने बच्चों मे बढती मोबाइल की लत को रोकने के लिए भी अभिभावकों से उन पर नजर रखने का आह्वान कियासोसाईटी के महासचिव सुधीर जोशी ने कहा कि सड़क दुघर्टनाओ मे स्कूली बच्चे गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं जोकि चिन्ता का विषय है।  इनपर अभिभावको व स्कूल प्रशासन के संयुक्त प्रयास से ही अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होने इस समस्या के समाधान के लिए अभिभावको से सहयोग की अपील की।सोसाइटी के उपाध्यक्ष मो.अहमद खान ने कहा की स्कूली बच्चे जब वाहन चलाते हैं तो वह यातायात नियमों का पालन नहीं करते,  जिससे दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं अभिभावकों को चाहिए कि 18 वर्ष की आयु होने से पहले बच्चों को वाहन न चलाने दे। बैठक में रेनबो स्कूल के प्रधानाचार्य धर्मेंद्र रावत, ब्राइटहोम पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मो.अहमद खान, आशा मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल के उपप्रधानाचार्य मनु मल्होत्रा, केएलजी पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य बबीता मलिक, सेंट मैरी एकेडमी की प्रधानाचार्य सिस्टर जेरीन एवं सिस्टर मैरी, दून वैली पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर राजकिशोर गुप्ता, इन्फेंट जीसस स्कूल की प्रधानाचार्य लॉरेना सिमलई,  कुशवाहा आर्मी पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर एस.एस. कुशवाहा, एल्पाइन पब्लिक स्कूल की उपप्रधानाचार्य सीमा चौधरी, स्प्रिंग बेल्स स्कूल की प्रधानाचार्य अलका कुमार, सहारनपुर पब्लिक स्कूल के उपप्रबंधक कनिष्क जोशी, यूनिक किड्स स्कूल के डायरेक्टर मनु चौहान, ग्रीन फील्ड स्कूल के प्रबंधक दिनेश पुंडीर, ब्राउनवुड पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मुदस्सिर हुसैन, स्मॉल वंडर स्कूल की प्रधानाचार्य सविता मखीजा, विज़डम वैली एकेडमी के डायरेक्टर अशोक कंवर, पीचग्रो स्कूल की उप प्रधानाचार्य सरगम गांधी, लॉर्ड कृष्णा इंटरनेशनल एकेडमी की प्रधानाचार्य प्रतिभा यादव, ग्लोकल पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य दीपक अट्टा, गॉडफील्ड पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य इंदु आर्य, हाइलैंड हाल कान्वेंट स्कूल की उप प्रधानाचार्य जसमीत कौर आदि मौजूद रहे।

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