बेलपत्र चढ़ते समय समर्पित भाव से शिवजी से प्रार्थना करें-स्वामी कालेंद्रानंद
नर्मदेश्वर महादेव की 1008 बेलपत्र श्रृंगार अवसर पर स्वामी कालेंद्रानंद जी महाराज ने कहा बेलपत्र भगवान का त्रिनेत्र स्वरूप माना जाता है और वहीं त्रिशूल रूप है जिसमें सत रज तम की पूर्ण चेतना वास करती है यही तुलनात्मक सट्टा कहलाती है जो जीव जगत एवं संपूर्ण ब्रह्मांड में व्याप्त है जिसके बिना जीवन संभव नहीं है विष्णु जी ने शिवजी पर बल पत्र पूजा कर शिवजी की अनन्य कृपा प्राप्त की अर्थात जो शिव को बेलपत्र अर्पण करता है उसे भगवान भोलेनाथ अक्षय फल प्रदान करते हैं बेलपत्र चढ़ते समय समर्पित भाव से शिवजी से प्रार्थना करें तो वह कार्य शिवजी पूर्ण कर जीव का कल्याण करते हैं महाराज श्री ने कहा शिव में ही त्रिगुणात्मक रूप में ब्रह्मा विष्णु महेश की संपूर्ण चेतना वास करती है शिव की पूजा से ही तीनों देव की पूजा हो जाती है अर्थात शिव में ही समस्त ब्रह्मांड समय है और समस्त ब्रह्मांड में शिव की चेतना व्याप्त है प्रत्येक जीव को शिव के शरणागति होकर अपना कल्याण अवश्य करना चाहिए इस अवसर पर पंडित रोहित शर्मा मेहर चंद जैन राजेंद्र धीमान अश्विनी कंबोज सागर गुप्ता संजय राणा दिनेश ठाकुर वर्षा किरण बबली बबीता सुमन बिना उमा आदि रहे
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