शिव ही जीव की मुक्ति का मूल मार्ग-स्वामी कालेंद्रानंद
शिव महापुराण कथा में शिव महिमा का वर्णन करते हुए स्वामी कालेंद्रानंद जी महाराज ने कहा शिव की शक्ति ही समस्त सृष्टि को ऊर्जावान बनाकर उसमें चेतनता प्रदान करती है इसलिए वह सजीव है, शिव ही जीव की मुक्ति का मूल मार्ग है उन्होंने कहा जो शिव की भक्ति करते हैं उनको शिव की कृपा अवश्य प्राप्त होती है और वह जीव माया से अलग होकर शिव मार्ग का अनुगामी हो जाता है शिव समस्त शक्तियों को धारण कर काल को नियंत्रित करके महाकाल कहलाते हैं महाराज श्री ने कहा शिवा 12 ज्योतिर्लिंगों में अलग-अलग रूपों में प्रकट होने के बावजूद भी सभी महादेव के तीर्थ में एक ही ऊर्जा सम्मानित है वही ऊर्जा जन-जन का कल्याण करती है उन्होंने कहा भक्ति करने से शिव तत्व जागृत होता है आत्म तत्व चेतन होता है जिस कारण जीव कर्म बंधनों से मुक्त होकर 84 के चक्र से छूट कर मोक्ष को प्राप्त होता है इस अवसर पर पंडित ऋषभ शर्मा पंडित रोहित शर्मा पंडित गणेश शर्मा संजय राणा राजेंद्र धीमान अनिल चौहान प्रभा गीता कविता बबली रेखा पूनम सुचेता आदि रहे
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