भगवान की बाल लीला में उनके छठी पूजन का विशेष महत्व है-स्वामी कालेंद्रानंद
रिपोर्ट- अमान उल्ला खान
श्री कृष्णा छठी महोत्सव की महिमा का वर्णन करते हुए स्वामी कालेंद्रानंद जी महाराज ने कहा है श्री कृष्ण की छठी मनाने का मूल उद्देश्य जीव के छः विकारों को निग्रहित करना है अर्थात भगवान को अपने सभी भाव अर्पण कर उनसे यही प्रार्थना करनी है कि हमारे जीवन में सभी तृष्णा वासना एवं विकारों को प्रभु हरण करें और हमारा जीवन भक्ति ज्ञान वैराग्य एवं सनातन के कल्याण के लिए अर्पण हो, महाराज श्री ने कहा भगवान श्री कृष्णा योगेश्वर पूर्ण ब्रह्म है जिनकी बाल लीला अनुकरणीय एवं अविस्मरणीय हैं भगवान की बाल लीला में उनके छठी पूजन का विशेष महत्व है जिसमें सभी देवी देवता और ऋषि मुनि पधारे थे जिनके द्वारा भगवान को अपना सर्वस्व अर्पण कर केवल यही भाव रखा गया की है परमात्मा आप पूर्ण ब्रह्म है हमारा जीवन भी विकारों से रहित होकर पूर्णता की ओर अग्रसर हो यही भगवान की अन्य कृपा है कि जीव कृष्णमय भाव में अपने आप को मोक्ष गामी आभास करता है यही जीवन का मोक्ष और मुक्ति है इस अवसर पर मेहर चंद जैन राजेंद्र धीमान अश्विनी कंबोज सागर गुप्ता संजय राणा अनिल नारंग रोहित शर्मा बबीता राजबाला सरल वर्षा किरण बबली उमा गीत रेखा आदि रहे
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