फेटी लिवर डिसीज को ग्रेड वन में ही कन्ट्रोल करना चाहिए-डा० संजीव मिगलानी
डा० संजीव मिगलानी ने बताया कि फेटी लिवर डिजीज मोटे लोगों में प्राथमिक लिवर मे फेट के लक्षण है। यदि फेटी लिवर डिजीज को शुरू में कन्ट्रोल नही किया गया तो भविष्य में हिपेटाइटिस और सिरोसिस आफ लिवर बन जाता है। इसलिए फेटी लिवर डिसीज को ग्रेड वन में ही कन्ट्रोल करना चाहिए और फेटी लीवर डिजीज के मरीजों को भविष्य के डायबिटीज और हार्ट की सम्भावना बढ जाती है। 32 लोगों मे हिपेटाइटिस के लक्षण पाये गये। आज के इस निःशुल्क LFT कैम्प में डा० संजीव मिगलानी, डा० नैना मिगलानी, ननीता और संदीप, देवन्द्र, राखी, सरिता, सादिक, निहाल, दानिश आदि का योगदान रहा। इस जाँच शिविर में रिशिपाल, विकास, मकसूदी, दीपक, रमेश, सन्तोष, अजहर, मनोज, शाहरूख, नसरीन, सचिन, रजनीश, साकिब, अवनीश, लुबरा, शानू, राजू लगभग 125 लोगों ने अपनी जाँच करवायी । माइक्रो लेब्स से दवेन्द्र और संदीप का विशेष सहयोग रहा।
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