रमजान सब्र, रहमतों और बरकतों वाला महीना-हाफ़िज़ अरशद
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
रमज़ान में कदीमी मस्जिद में चल रही तरावीह में हाफ़िज़ अरशद ने रविवार की रात्रि कुरआन पाक मुकम्मल किया। इस दौरान हाफ़िज़ अरशद ने कहा कि कुरआन पाक जैसी दूसरी कोई आसमानी किताब न है और न ही कभी होगी। कुरआन में जिस चीज को हजारों साल पहले बता दिया गया वो आज सच साबित होकर पूरी दुनिया के सामने आ रही है। जरुरत इस बात की है कि अल्लाह की रस्सी को मजबूती के साथ पकड़े रहें। उन्होंने कहा कि रमजान सब्र, रहमतों और बरकतों वाला महीना है हमें इस कि ज़्यादा से ज़्यादा कद्र करनी चाहिए। उन्होंने रमजान माह पर रोशनी डाली और मुल्क में अमनो अमान और आपसी सौहार्द की दुआ कराई। इस अवसर मौलाना ओबैदुर रहमान मौलाना आस मोहम्मद मोहम्मद अजमल फैसल सलमानी अब्दुल मतीन हाजी मोहम्मद इस्लाम तंजीम अंसारी मोहम्मद रिजवान साजिद खान हाजी मोहम्मद इरशाद हाजी याकूब हाजी हनीफ आदि सहित काफ़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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