जकात,फितरे की रकम को मुस्तहिक लोगों तक जितनी जल्दी हो पहुंचा देना चाहिए-मौ शमशीर कासमी
रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक
मदरसा जामिया दावतुल हक मुईनिया के प्रबंधक हज़रत मौलाना शमशीर कासमी ने कहा कि मजहब ए इस्लाम में हर एक साहिबे माल पर जकात फर्ज की गई है।जकात अदा करने से अपना फर्ज भी अदा होता है और इससे गरीबों की मदद भी हो जाती है।मौलाना शमशीर कासमी ने कहा कि जकात और फितरा जितनी जल्दी हो सके मुस्तहिक लोगों तक पहुंचा देना चाहिए ताकि वह लोग भी ईद की खुशी में शामिल हो सके उन्होंने कहा है कि समाज के लोगों को जकात को बोझ नहीं समझना चाहिए बल्कि यह खास धार्मिक कानून है इससे बराबरी का एहसास होता है और दिल में तकब्बुर पैदा नहीं होता साथ ही अमीर लोगों को गरीबों की जीवन शैली और जरूरतों की जानकारी भी होती है उन्होंने समाज के लोगों से घर के आसपास रह रहे गरीब परिवारों की ईद से पहले मदद करने पर बल दिया।
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