छात्र छात्राओं अपने स्वास्थ का ध्यान रखें क्योंकि आप भारत का भविष्य हैं-श्रीमती राजकमल
रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक
विजीसीएफ की इकाई रामरति एजुकेशन कॉम्प्लेक्स के संस्थान हिलेरी क्लिंटन नर्सिंग स्कूल में बच्चों में खेल के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए दो दिवसीय स्पोर्ट्स डे का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन संस्था की प्रेसिडेंट श्रीमती राजकमल सक्सेना ने छात्र छात्राओं द्वारा दी गई मार्च पास्ट सलामी के साथ किया।छात्र छात्राओं की रेड हाउस स्पार्कल,ग्रीन हाउस स्टार,यलो हाउस शाइन,ब्लू हाउस शिमर टीमें बनाई गई तथा क्रिकेट, विभिन्न रेस,लांग जंप, कबड्डी, खो खो,विभिन्न रिले रेस,टैग ऑफ वार,म्यूज़िकल चेयर आदि खेलों का आयोजन किया गया।सभी टीमों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।ग्रीन हाउस ने प्रथम स्थान कर विजय पताका लहराई।ब्लू हाउस ने द्वितीय व रेड हाउस ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।श्रीमती राजकमल सक्सेना ने विजयी टीम ग्रीन हाउस को हिलेरी क्लिंटन नर्सिंग स्कूल देकर सम्मानित किया।अन्य टीमों को पुरस्कार दिए गए।
श्रीमती राजकमल सक्सेना ने कहा कि बच्चों के शारिरिक व मानसिक विकास के लिए शिक्षा के साथ साथ खेल भी ज़रूरी हैं इनसे बच्चों की प्रतिभा निखरती है और उनमें आगे बढ़ने का जज़्बा पैदा होता है।अध्ययन और निरंतर खेलों का अभ्यास उन्हें ऊर्जावान शक्तिवान बनाता है।उन्होंने छात्र छात्राओं से आवाहन करते हुए कहा कि अपने स्वास्थ का ध्यान रखें क्योंकि आप भारत का भविष्य हैं और आपको भारत को विकसित बनाने में अपना विशेष योगदान देना है।संस्था के संस्थापक विनोद गुप्ता जी ने आपके उज्ज्वल भविष्य के सपने संजोए हैं और आपको न केवल अपना बल्कि अपने परिवार,क्षेत्र संस्था और देश का नाम भी रोशन करना है। विजीसीएफ के चेयरमैन आशुतोष दयाल शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि आधुनिक युग में खेल विशेष कैरियर का रूप ले चुके हैं।खेलों में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल करने वाले अपने देश का नाम रोशन कर रहे हैं।हम चाहते हैं कि हमारी संस्था के छात्र छात्राएं भी विश्वस्तर तक विजय पताका लहराएं। हिलेरी क्लिंटन नर्सिंग स्कूल के प्रधानाचार्य सनीश वीएम ने कहा कि बच्चों को बढ़चढ़ कर खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहिए।इस दौरान श्री जैसन,श्री अनु एस, गौरव कुमार, जसलीन कौर,गुंजन,श्री विद्या,इशिता,प्रियांशी,प्रीति,अंकिता,निकिता सहित समस्त स्टाफ़ व छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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