श्री मद भागवत कथा में गोवर्धन पर्वत पर सजे छपन भोग उद्घाटन करते -अजय कौशिक
रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक
प्रसंग में बताया गया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ।
झांकी सजाकर मनाया उत्सव
इस मौके पर गोवर्धन लीला की झांकी भी सजाई गई। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। कथा का उद्घाटन उप प्रधानाचार्य बीएसएम इण्टर कॉलेज रुड़की उतराखंड अजय कौशिक ने दीप प्रज्वलित विकास कपिल ने किया। वासुदेव मॉर्निंग ग्रुप के अध्यक्ष संदीप मित्तल ,विजय शर्मा हरिओम शर्मा, पदम सिंह एडवोकेट, नीरज शर्मा, मनोज शर्मा ,विजय आनंद, गौरव मित्तल आदि का सहयोग रहा।
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