सच्चा दोस्त वही है जो अपने दोस्त की परेशानी को समझे - चैतन्य जी महाराज
रिपोर्ट -डॉ0 ताहिर मलिक
शुक्रवार को कथा वाचक चैतन्य जी महाराज ने कहा दोस्ती श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी होनी चाहिए। सच्चा दोस्त वही है जो अपने दोस्त की परेशानी को समझे और बिना बताए मदद करे। लेकिन आजकल स्वार्थ की दोस्ती ही रह गई है। जब तक स्वार्थ सिद्ध नहीं होता तब तक मित्रता बनी रहती है। जब स्वार्थ पूरा हो जाता है तो मित्रता समाप्त हो जाती है।कथा के दौरान सुदामा का श्रीकृष्ण के यहां आना और झांकी के साथ उनका स्वागत आदि बताया गया। इसके बाद विधि विधान से कथा संपन्न हुई। प्रात हवन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने पूर्ण आहुति दी तथा देश में शांति सुरक्षा स्वास्थ्य की कामना की गई। कथा आयोजन टीम द्वारा कथा वाचक को स्मृति चिन्ह अंग वस्त्र भेट कर सम्मानित किया गया कथावाचक द्वारा आयोजन टीम को भी सम्मानित किया। महिलाओं द्वारा भजन गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया विशाल भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया ।वासुदेव मॉर्निंग ग्रुप के अध्यक्ष संदीप मित्तल ,विजय शर्मा हरिओम शर्मा, पदम सिंह एडवोकेट, नीरज शर्मा, मनोज शर्मा ,विजय आनंद, गौरव मित्तल आदि का सहयोग रहा। संचालन पंडित मधुरेश शर्मा व धर्मेश गुप्ता ने किया।
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