मणिपुर की घटना के विरोध में राष्ट्रीय लोकदल का कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन
बड़ी संख्या में राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर एकत्रित हुए एवं सरकार विरोधी गगनभेदी नारे लगाए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राव कैसर एवं चौधरी धीर सिंह ने कहा कि मणिपुर में जो घटना घटित हुई है तो उसे पूरे विश्व में भारत का सर नीचा हुआ है प्रधानमंत्री ने इस पर एक ही वक़्तवय नहीं दिया न ही सदन में चर्चा के लिए तैयार है इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं में भारी रोष व्याप्त था कार्यकर्तओं ने 3 सूत्रीय ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति को प्रेषित किया जिसमें मणिपुर नरसंहार से उत्पन्न संकट पर भारत सरकार की जवाब देही सुनिश्चित करने ,मणिपुर सरकार को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने एवं महिलाओं व आदिवासी, दलितों एवं गरीबों के साथ हो रहे अन्याय पर तत्काल रोक लगाने, मणिपुर हिंसा में मारे गये लोगों के परिजनों को उचित मुआवज़ा दिलाने की माँग की !प्रदर्शनकारियों में हैं अंबेहटा चेयरमैन पति एडवोकेट नईम अहमद ,चौधरी अयूब हसन , हरपाल बाल्मीकि ,भूरा मलिक ,अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शमीम अहमद, रमेश चौहान ,राव फ़रमान ,जसमेर परधान ,पंकज चौधरी ,है राव जान मोहम्मद, राव आरिफ़ मुखिया,राव शाकिर ,सचिन ,पंकज चौधरी ,राव जमशेद ,आसिफ़ अन्सारी (पर्षद ) गजेन्द्र चौधरी ,विशाल कम्बोज ,ठाकुर रजनीश ,सत्पाल कालडा , संजय काम्बोज , श्रवण काम्बोज ,प्रवेश कश्यप ,बिलाल सैफी ,बृजमोहन ,साजिद अली ,विजेंदर चौधरी, परवीन धनगर ,आयशा ,सोनू ,नईमा ,ख़तीजा ,लक्ष्मी ,शमशीदा ,गुलनाज़ , रेखा , साबरा अख्तरी ,सईदा रूखसाना आदि भारी संख्या में महिलाएँ एवं पुरुष उपस्थित रहे
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