जीव को अपना प्रत्येक कर्म भगवान को समर्पित करके करना चाहिए-स्वामी कालेंद्रानंद
रिपोर्ट-अमान उल्ला खान
महादेव की श्रंगार की महिमा बताते हुए स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा समस्त सृष्टि में शिविर व्याप्त है शिव तत्व ही जड़ और चेतन में परम तत्व रूप में समाहित है संपूर्ण प्रकृति पुष्प रूप है और शिव उसको अंगीकार कर परम तृप्ति संतुलन एवं आधार प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा शिव को पुष्पवती प्रिय हैं समस्त प्रकृति पुष्प रूप है जो अंत में सभी को सदस्यों को ही अर्पण होना है उसी को भस्म धारण कहा गया है महाराज श्री ने कहा हम सभी शिव के लिए एक पुष्प ग्रुप ही ही हैं प्रत्येक जीव को अंततः शिविर में ही विलीन हो जाना है अर्थात शिव ही सभी जीवो का अंतिम लक्ष्य है शिव की प्राप्ति ही जीवन का मूलाधार है शिव की प्राप्ति ही जीवन को मोक्ष और मुक्ति प्रदान कर परम तृप्ति प्रदान करता है। ने कहा जीव को अपना प्रत्येक कर्म भगवान को समर्पित करके करना चाहिए शिव इसी आधार पर जीव का कल्याण करते हैं इस अवसर पर अरुण स्वामी मेहर चंद जैन राजेंद्र धीमान नरेश त्यागी नरेश चंदेल रमेश शर्मा अगम शर्मा वर्षा किरण बबली सुचेता उमा बिना ममता अरुणा गीता आदि रहे
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