राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने किया तहसील नकुड का निरीक्षण
रिपोर्ट -नदीम निजामी
श्री संजीव कुमार मित्तल ने कहा कि आईएएस संवर्ग प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सर्वप्रथम सहारनपुर में नियुक्ति मिली। मैं तहसील नकुड में उपजिलाधिकारी के पद पर 18 फरवरी 1989 से 30 मई 1989 तक रहा। मैने यहीं से राजस्व जैसे जटिल विषय की तकनीकी बारीकियों को जाना। उन्होने कहा कि मैने आप लोगों के बीच आकर बहुत कुछ सीखा है। इसके लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूँ। उन्होने कहा कि राजस्व प्रशासन की सबसे महत्वपूर्ण कडी तहसील होती है। क्योंकि जनता का जुडाव तहसील से ही होता है।माननीय अध्यक्ष ने कहा कि तहसील में जनता का कार्य आसानी से हो इसके लिए लेखपालों की भर्ती एवं अन्य पदों पर समय से पदोन्नति की जा रही है। बार एसोसिएशन और अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल से कार्यों को करने में आसानी होती है। नकुड से जुडी यादों को याद करते हुए उन्होने भावनात्मक रूप से कहा कि नकुड़ की यादें हमेशा रहंेगी। उन्होने बार एसोसिएशन कक्ष में उपस्थित अधिवक्ताओं के साथ नकुड से जुडी अपनी यादों एवं अनुभवों को साझा करते हुए उन्हे आश्वस्त भी किया कि आप लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा। तहसीलदार कक्ष में समीक्षा के दौरान उन्होने रियल टाइम खतौनी को संबंधित अधिकारी द्वारा रैण्डमली चैक करने के निर्देश दिए। उन्होने प्रगति से संतुष्टि व्यक्त की। म्यूटेशन से जुडे तीन पुराने वादों की पत्रावली को भी उन्होने देखा। उन्होने राजस्व संहिता की धारा 67, 34 एवं 24 की भी समीक्षा की। उन्होने रोस्टर के अनुसार नयी खतौनियां तैयार करने की स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होने रजिस्टर 04 में अवशेष पडी धनराशि के निस्तारण 07 अगस्त तक करते हुए रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त डॉ0 हृषिकेश भास्कर यशोद, जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री रजनीश कुमार मिश्र, उप जिलाधिकारी नकुड श्री अजय कुमार अम्बष्ट, उपजिलाधिकारी न्यायिक श्री विपिन कुमार द्विवेदी, तहसीलदार नकुड श्री राधेश्याम शर्मा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
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