Ticker

6/recent/ticker-posts

मजालिस में जनाबे अली असगर की शहादत पर रोशनी डाली

 मजालिस में जनाबे अली असगर की शहादत पर रोशनी डाली

रिपोर्ट-अमान उल्ला खान

सहारनपुर- मजालिस मे सब से पहले मरसिए खानी की गयी मरसिया पढने वालो मे डाक्टर अथर अली जैदी मास्टर आसिफ अल्वी, सलीम आब्दी, सलीस हैदर काजमी, खुवाजा रईस अब्बास हमजा जैदी, तसनीम रज़ा आदि थे ।      पहली मजलिस इमाम बारगाह सामानियान,मौहल्ला कायस्थान में हुज्जत उल इसलाम आली जनाब मौलाना सै0 औन मुहम्मद नकवी साहब ने खिताब फरमाया,दूसरी मजलिस बडी इमाम बारगाह,जाफर नवाज में हुज्जत उल इसलाम आली जनाब मौलाना मिर्जा शफीक हुसैन शफक साहब ने खिताब फरमाया। तीसरी मजलिस छोटी इमाम बारगाह में हुज्जत उल इसलाम आली जनाब मौलाना सै0 समर जैदी साहब ने खिताब फरमाया,चैथी मजलिस फरहत मैहदी के मकान पर हुई जिसको हुज्जत उल इसलाम आली जनाब मौलाना सै0 औन मुहम्मद नकवी साहब ने खिताब फरमाया,

मजलिसो मे इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के काफिले का 7 मोहर्रम से पानी बन्द कर दिया गया था। इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के काफिले में पानी नही था सभी प्यासे थे। हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के छः माह के हज़रत अली असग़र पानी की प्यास से तडप रहे थे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने हज़रत अली असग़र को गोद मे लेकर जंग के मैदान मे पहुचे और यज़ीदी लश्कर से कहा ‘हो सकता है कि मै तुम्हारी नज़र मे खतावार हॅू लेकिन इस छोटे बच्चे ने तो कोई खता नही की है इसे थोडा सा पानी पिला दो’ इसके जवाब मे यज़ीद के लश्कर की ओर से एक तीर आया और नन्हे से हज़रत अली असग़र अलैहिस्सलाम की गर्दन  पर लगा। जनाबे अली असगर मुस्कुराते हुआ अपने बाप हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की गोद में ही शहीद हो गये।मजलिसो के आखिर मे नौहा खानी की गयी जिसमे अन्जुमने अकबरिया, सोगवारे अन्जुमने अकबरिया व अन्जुमने इमामिया ने नौहा खानी व सीनाजनी की।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

कांग्रेस नेताओं के पुतले जालना, भाजपा की ओछी सोच और कुंठित मानसिकता का परिचायक-संदीप सिंह राणा